उत्तर प्रदेश: जापानी बुखार को रोकने के लिए योगी सरकार ने कसी कमर
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उत्तर प्रदेश: जापानी बुखार को रोकने के लिए योगी सरकार ने कसी कमर

उत्तर प्रदेश में मस्तिष्क ज्वर के रोगियों को त्वरित और प्रभावी उपचार प्रदान करने के लिए सर्वाधिक ग्रसित पूर्वांचल के नौ जिलों के 10 जिलास्तरीय चिकित्सालयों में पीडियाट्रिक इन्टेसिव केयर यूनिट (पीआईसीयू) का संचालन किया जा रहा है. 

एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम से होने वाली मृत्यु दर में वर्ष 2016 की अपेक्षा वर्ष 2017 में तीन प्रतिशत की गिरावट आयी है.(फाइल फोटो)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मस्तिष्क ज्वर के रोगियों को त्वरित और प्रभावी उपचार प्रदान करने के लिए सर्वाधिक ग्रसित पूर्वांचल के नौ जिलों के 10 जिलास्तरीय चिकित्सालयों में पीडियाट्रिक इन्टेसिव केयर यूनिट (पीआईसीयू) का संचालन किया जा रहा है. प्रदेश के चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने जापानी इंसेफलाइटिस और एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम पर रोकथाम और नियंत्रण के लिए राज्य कार्ययोजना एवं दिशा-निर्देश-2018 जारी किये हैं. उन्होंने कहा कि इस कार्ययोजना एवं दिशा-निर्देर्शों के अनुसार कार्य कराकर इस रोग पर नियन्त्रण किया जायेगा.  इसके लिए मॉनीटरिंग की समुचित व्यवस्था भी की जायेगी.

  1. नौ जिलों के 10 जिलास्तरीय चिकित्सालयों में पीआईसीयू का संचालन किया जा रहा है.
  2. 2017 में जापानी इंसेफलाइटिस से होने वाली मौतों में 7 % की महत्वपूर्ण कमी आयी है. 
  3. सिर्फ 17 प्रतिशत रोगी प्राथमिक एवं द्वितीयक स्वास्थ्य इकाईयों में भर्ती किए जाते थे

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जन सामान्य को यह सुविधाएं उपलब्ध करा कर रोगियों के उपचार में होने वाले विलम्ब को कम किया है.  पूर्व में टीकाकरण से लाभान्वितों का प्रतिशत संतोषजनक नहीं था.  सिर्फ 17 प्रतिशत रोगी प्राथमिक एवं द्वितीयक स्वास्थ्य इकाईयों में भर्ती किए जाते थे.  83 प्रतिशत रोगी मेडिकल कालेजों में उपचार के लिए भर्ती होते थे. 

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वहां तक पहुंचते-पहुंचते रोगी की स्थिति गंभीर हो जाती थी. राज्य सरकार के प्रयास से इन स्थितियों में परिवर्तन आया है.  इस समस्या से निपटने के लिए ब्लाक से जिला स्तर तक 104 इंसेफलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर (ईटीसी) की स्थापना की गई है. सिंह ने कहा कि वर्ष 2016 की तुलना में वर्ष 2017 में जापानी इंसेफलाइटिस से होने वाली मौतों में सात प्रतिशत की महत्वपूर्ण कमी आयी है. 

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एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम से होने वाली मृत्यु दर में वर्ष 2016 की अपेक्षा वर्ष 2017 में तीन प्रतिशत की गिरावट आयी है.  मस्तिष्क ज्वर की समस्या के प्रभावी समाधान के लिए विस्तृत एवं एकीकृत दिशा-निर्देश और समग्र रणनीति की आवश्यकता थी. उन्होंने बताया कि प्रदेश में निरोधात्मक कार्रवाई के तौर पर जेई और एईएस प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को 617 अति संवेदनशील ग्रामों की सूची स्वच्छता, खुले में शौच मुक्त करने, लार्वीसाइड छिड़काव और जल स्रोतों के क्लोरीनेशन के लिए उपलब्ध कराई गई है. 

रोगियों की पहचान के लिए प्रदेश में 19 सेन्टीनल सर्विलांस प्रयोगशालाओं की स्थापना की गई है. इन प्रयोगशालाओं को बेहतर बनाने के लिए मेडिकल कालेजों से समन्वय किया जा रहा है. 

इनपुट भाषा से भी 

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