'गद्दारों ने जो घाव दिए, वे अब भी ताजा हैं' उद्धव ठाकरे ने किसे कहा ‘महाराष्ट्र द्रोही’? बदला लेने की खाई कसम
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'गद्दारों ने जो घाव दिए, वे अब भी ताजा हैं' उद्धव ठाकरे ने किसे कहा ‘महाराष्ट्र द्रोही’? बदला लेने की खाई कसम

Uddhav Thackeray hits back at BJP: ठाकरे का कहना है ‘‘गद्दारों ने ढाई साल पहले हमें जो घाव दिए थे, वे अब भी ताजा हैं. हम उन्हें हराने के लिए सही समय का इंतजार कर रहे थे और अब वह समय आ गया है. उन्होंने मुझे नहीं बल्कि महाराष्ट्र की जमीन को धोखा दिया है.’’ जानें किसे ठाकरे ने कहा गद्दार.

'गद्दारों ने जो घाव दिए, वे अब भी ताजा हैं' उद्धव ठाकरे ने किसे कहा ‘महाराष्ट्र द्रोही’? बदला लेने की खाई कसम

Uddhav hits on Batenge to katenge: शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे को लेकर गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वह महाराष्ट्र को बांटने और लूटने के सत्तारूढ़ पार्टी के एजेंडे को सफल नहीं होने देंगे. उद्धव ने महिलाओं के खिलाफ अपराध के मुद्दे पर भी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार पर निशाना साधा और पूछा कि जब राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं तो ‘लाडकी बहिन योजना’ के तहत दी जा रही मासिक वित्तीय सहायता का क्या फायदा है.

‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे पर ठाकरे का निशाना
ठाकरे ने दरियापुर से पार्टी के उम्मीदवार गजानन लवटे के पक्ष में प्रचार करने के लिए अमरावती में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ये टिप्पणियां कीं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने चुनावी भाषणों में विपक्षी दलों पर निशाना साधने के लिए ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे का बार-बार इस्तेमाल किया है.

ठाकरे ने किसे कहा  ‘महाराष्ट्र द्रोही’ 
ठाकरे ने इसका जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं बांटने और लूटने के भाजपा के एजेंडे को सफल नहीं होने दूंगा बल्कि मैं महाराष्ट्र को आत्मनिर्भर राज्य बनाऊंगा. भाजपा का एजेंडा है- हम महाराष्ट्र को लूटेंगे और (धन को) दोस्तों में बांटेंगे लेकिन हम उन्हें न तो लूटने देंगे, न बांटने देंगे.’’ उन्होंने कहा कि 20 नवंबर को होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में लड़ाई महा विकास आघाडी (एमवीए) और महायुति के बीच नहीं है, बल्कि यह ‘महाराष्ट्र प्रेमियों’ और ‘महाराष्ट्र द्रोहियों’ के बीच की लड़ाई है.

ठाकरे ने किसे कहा ‘गद्दार'?
ठाकरे ने कहा, ‘‘मैं उन्हें ‘महाराष्ट्र द्रोही’ कह रहा हूं क्योंकि उनके विश्वासघात के कारण एक अच्छी सरकार गिर गई.’’ उनका इशारा अविभाजित शिवसेना के उन विधायकों की ओर था जिन्होंने एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद उनका साथ दिया था. उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि एमवीए गठबंधन महाराष्ट्र के हितों की रक्षा के लिए एकजुट होकर काम कर रहा है. ठाकरे ने कहा, ‘‘गद्दारों ने ढाई साल पहले हमें जो घाव दिए थे, वे अब भी ताजा हैं. हम उन्हें हराने के लिए सही समय का इंतजार कर रहे थे और अब वह समय आ गया है. उन्होंने मुझे नहीं बल्कि महाराष्ट्र की जमीन को धोखा दिया है.’’

 हमारा हिंदुत्व वह है जो राम को हमारे दिलों में बसाता है
ठाकरे ने कहा, ‘‘भाजपा कहती है कि मैंने बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को त्याग दिया है. क्या मैंने हिंदुत्व छोड़ दिया है? नहीं, लेकिन मैं भाजपा के हिंदुत्व का पालन नहीं करने जा रहा हूं. हमारा हिंदुत्व वह है जो राम को हमारे दिलों में बसाता है और बेरोजगार हाथों को काम देता है.’’ उन्होंने सवाल किया कि सिंधुदुर्ग जिले में शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने माफी क्यों नहीं मांगी जबकि उपमुख्यमंत्री अजित पवार और प्रधानमंत्री मोदी ने इस घटना के लिए माफी मांगी है. पूर्व मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि यदि एमवीए की सरकार बनती है तो उनका गठबंधन ‘लाडकी बहिन योजना’ को बंद नहीं करेगा. ठाकरे ने कहा, ‘‘योजना बंद नहीं होगी बल्कि महिलाओं को 3,000 रुपये मिलेंगे जो महायुति सरकार द्वारा दी जा रही राशि से अधिक है.’’ इनपुट भाषा से

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