West Bengal Assembly Elections 2021: प्लेन से उतरते ही इस शख्स के गले मिले PM मोदी, जानें कौन हैं Karimul Haque
Advertisement
trendingNow1881828

West Bengal Assembly Elections 2021: प्लेन से उतरते ही इस शख्स के गले मिले PM मोदी, जानें कौन हैं Karimul Haque

पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी एरिया में चुनाव  प्रचार के लिए पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने समाजसेवी करीमुल हक को हवाई अड्डे पर गले लगा लिया. करीमुल हक अपनी बाइक एंबुलेंस शुरू करके जलपाईगुड़ी एरिया में अब तक सैकड़ों मरीजों की जान बचा चुके हैं. 

पीएम नरेंद्र मोदी से गले मिलते करीमुल हक (साभार ANI)

सिलिगुड़ी: पश्चिम बंगाल चुनाव में प्रचार के लिए सिलीगुड़ी पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) बागडोगरा के हवाई अड्डे पर उतरे. प्लेन से उतरते ही उन्होंने एक व्यक्ति को गले लगा लिया. जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो गई. 

  1. बाइक एंबुलेंस दादा के रूप में मशहूर
  2. ऐसे आया बाइक एंबुलेंस का आइडिया
  3. 5 हजार मरीजों की बचा चुके हैं जान

 

बाइक एंबुलेंस दादा के रूप में मशहूर

पीएम मोदी ने हवाई अड्डे पर जिस शख्स को गले लगाया, वह मशहूर समाजसेवी और पद्मश्री अवॉर्डी करीमुल हक (Karimul Haque) थे. जलपाईगुड़ी एरिया में उनकी पहचान 'बाइक एंबुलेंस दादा' (Bike Ambulance Dada) के रूप में है. उन्होंने गंभीर रूप से बीमार लोगों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने के लिए अपनी मोटर साइकिल को बाइक एंबुलेंस के रूप में बदल दिया था. उसके बाद से वे जलपाईगुड़ी एरिया अब तक सैकड़ों मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाकर उनकी जिंदगी बचा चुके हैं. उनकी सेवाओं का सम्मान करते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें पद्मश्री अवॉर्ड देकर सम्मानित किया था.  

ऐसे आया बाइक एंबुलेंस का आइडिया

करीमुल हक चाय बागान में काम कर रहे थे, तभी उनके एक साथी की तबियत अचानक खराब हो गई और वह निढ़ाल होकर गिर पड़ा. उन्होंने एंबुलेंस को फोन किया लेकिन उसे आने में काफी वक्त लग रहा था. इसे देखते हुए करीमुल हक ने साथी को अपनी पीठ से बांधा और तीसरे साथी की मदद से बाइक चलाकर करीब 45 किमी दूर अस्पताल ले गए. जिससे उसकी जान बच गई. इससे उन्हें बाइक एंबुलेंस शुरू करके लोगों की सेवा करने का आइडिया आया.

ये भी पढ़ें- #IndiaKaDNA: जब पीएम मोदी ने किया चाय बागान में काम करने वाले करीम उल हक को किया फोन

5 हजार मरीजों की बचा चुके हैं जान

करीमुल हक की बाइक एंबुलेंस अब इलाके में मशहूर हो चुकी है. जिन इलाकों में वे काम करते हैं, वहां पर सड़कों की हालत बहुत खराब है. ऐसे में वहां समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती. ऐसे में कोई भी गंभीर स्थिति आने पर लोग करीमुल हक को मदद के लिए कॉल करते हैं और वे तुरंत बाइक लेकर उनके घर पहुंच जाते हैं. हक के मुताबिक वे अब तक करीब 5,000 मरीजों की जान बचा चुके हैं. फ्री बाइक एंबुलेंस सर्विस देने के अलावा वे गांव वालों को फ्री फर्स्ट ऐड की ट्रेनिंग का कार्यक्रम भी चला रहे हैं. 

LIVE TV

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news