भारत ने 20 जुलाई को कोरोना संक्रमण के मामले में 11 लाख का आंकड़ा पार कर लिया. जबकि 19 मई को भारत में कोरोना के 1 लाख मरीज थे. मरीजों की संख्या 1 लाख से 11 लाख होने में केवल 172 दिन लगे.
Trending Photos
नई दिल्ली: भारत में कोरोना (Coronavirus) संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. हालांकि मरीजों की रिकवरी दर में भी सुधार देखा गया है. देश में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर एक बार फिर 63.12 प्रतिशत हो गई है. इन आंकडों को देखकर तो ये कहा जा सकता है कि मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं. लेकिन दूसरी तरफ बढ़ते मरीज ये भी बता रहे हैं कि कोरोना के फैलने की दर भी तेज होती जा रही है.
भारत ने 20 जुलाई को कोरोना संक्रमण के मामले में 11 लाख का आंकड़ा पार कर लिया. जबकि 19 मई को भारत में कोरोना के 1 लाख मरीज थे. मरीजों की संख्या 1 लाख से 11 लाख होने में केवल 172 दिन लगे. और अब रोजाना 37 हजार मरीज नए जुड़ते चले जा रहे हैं.
कोरोना मरीजों के आंकड़ों पर एक नजर
- 19 मई एक लाख पार
- 3 जून 2 लाख
- 13 जून 3 लाख
- 21 जून 4 लाख
- 27 जून 5 लाख
- 2 जुलाई 6 लाख
- 7 जुलाई 7 लाख
- 11 जुलाई 8 लाख
- 14 जुलाई 9 लाख
- 17 जुलाई 10 लाख
- 20 जुलाई 11 लाख
ये भी पढ़ें- कोरोना वायरस पर आया एक चौंकाने वाला शोध, पुराने सभी दावों पर उठे सवाल
ध्यान देने वाली बात ये है कि कोरोना मरीजों की संख्या एक लाख से दो लाख पार करने में भारत को 14 दिन लगे और 10 लाख से 11 लाख होने में महज तीन दिन का समय लगा. जिस दर से रोजाना मरीज बढ़ रहे हैं, अगले एक हफ्ते में हर दूसरे दिन भारत 1 लाख की छलांग लगाएगा.
ये दर चिंताजनक है. भारत में अभी रोजाना साढ़े तीन लाख से कम टेस्ट हो रहे हैं. उसमें ये नतीजे सामने आ रहे हैं. यानी टेस्टिंग कम होने की वजह से अभी आंकड़े भी कम दिख रहे हैं. सरकार का लक्ष्य रोजाना 10 लाख टेस्ट का है. ऐसा होने पर आंकड़ें कहां पहुंचेंगे, अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है.
फिलहाल भारत कोरोना मरीजों की संख्या के लिहाज से दुनिया में तीसरे नंबर है. अमेरिका और ब्राजील के बाद. लेकिन अमेरिका में मामले बढ़ने की दर अब कंट्रोल में है. जबकि भारत में ये तेज हुई है. क्योंकि अमेरिका ने वक्त रहते आबादी के एक बड़े हिस्से का टेस्ट कर लिया. जबकि भारत में अभी टेस्टिंग बढ़ाने पर काम चल रहा है.
अब सोचिए क्या भारत दुनिया में कोरोना के मामलों में पहले नंबर पर होगा? अगर 10 लाख टेस्ट रोज होने लगे तो 135 करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले देश में कोरोना में नंबर 1 होना ज्यादा दूर नहीं है.
ये भी देखें-