Yogi Adityanath का हिंदू धर्म को निशाना बनाने वालों को करारा जवाब! सनातन पर कह दी ये बड़ी बात
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Yogi Adityanath का हिंदू धर्म को निशाना बनाने वालों को करारा जवाब! सनातन पर कह दी ये बड़ी बात

Sanatana Dharma: सनातन धर्म (Sanatana Dharma) को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बड़ी बात कही है. सीएम योगी ने सनातन धर्म को राष्ट्रीय धर्म कहा है.

सीएम योगी का बड़ा बयान

Yogi Adityanath's Statement: राजस्थान (Rajasthan) के जालौर (Jalore) में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सनातन धर्म (Sanatana Dharma) को लेकर बड़ा बयान दिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन धर्म भारत का राष्ट्रीय धर्म है. हम सब अपने स्वार्थों से ऊपर उठ करके इस राष्ट्रीय धर्म से जुड़ते हैं. हमारा देश सुरक्षित हो. हमारे मान बिंदुओं की पुर्नस्थापना हो. गौ ब्राह्मण की रक्षा हो. इसी काल खंड में अगर हमारे तीर्थस्थल अपवित्र हुए तो उनकी पुर्नस्थापना के अभियान चले. पीएम मोदी के प्रयास से अयोध्या में 500 साल बाद राम मंदिर का निर्माण हो रहा है.

सनातन धर्म ही भारत का राष्ट्रीय धर्म

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपकी एकता जिस तरह से जाति, धर्म और मजहब के भेदभाव को छोड़कर देखने को मिल रही है, सबको इसे दैनिक जीवन में स्वीकार करना होगा. हमारा सनातन धर्म ही भारत का राष्ट्रीय धर्म है.

भगवान श्री राम के मंदिर को बताया राष्ट्रीय मंदिर

उन्होंने आगे कहा कि आप सब श्रद्धालुओं ने भगवान श्री राम के भव्य मंदिर को बनाने में अपना योगदान दिया. भारत की भावनाओं के अनुरूप आज भारत का राष्ट्रीय मंदिर भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के तौर पर स्थापित हो रहा है.

राजस्थान की धरती के बारे में कही ये बात

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राजस्थान की धरती धर्म-कर्म, शक्ति और भक्ति के एक समन्वय का केंद्र बिंदु है. धर्म के वास्तविक मर्मों को समझने के लिए राजस्थान आना जरूरी है. धर्म के लिए यही समर्पण हमारी पहचान है. हमारे ऊपर धर्म का ऋण हमेशा रहता है. हर शख्स इसी ऋण को चुकाने के लिए कई प्रयास करता है.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश का 74वां गणतंत्र दिवस हम लोगों ने अभी मनाया है. देश आज आगे बढ़ रहा है. आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में पीएम मोदी ने सारे देशवासियों को अपनी विरासत के प्रति सम्मान का भाव रखने व इसके संरक्षण का संकल्प दिलाया था. 1400 साल बाद फिर से भगवान नीलकंठ मंदिर का जीर्णोद्धार करके इसे भव्य रूप देना ही विरासत के संरक्षण और उसके प्रति सम्मान का उदाहरण है.

(इनपुट- आईएएनएस)

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