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हरिद्वार: योग गुरु स्वामी रामदेव (Ramdev) की पतंजलि योगपीठ (Patanjali Yogpeeth) विदेशी कंपनियों के दबदबे को तोड़ते हुए 25 हजार करोड़ की कंपनी बन गई है. रामदेव का कहना है कि पतंजलि योगपीठ (Patanjali Yogpeeth) ने आत्मनिर्भर भारत की प्रेरणा कायम की और और देश की आर्थिक समृद्धि में बड़ा योगदान किया. Zee News से एक्सक्लूसिव बातचीत में रामदेव ने कहा कि भारत में जिन विदेशी कंपनियों का दबदबा था पतंजलि ने उनकी जड़ें हिला दी हैं.
कोरोना काल में जब बड़ी-बड़ी कंपनियां बंद हो गई इस दौरान पतंजलि ले खूब प्रगति की. अपना बिजनेस मंत्र साझा करते हुए रामदेव ने कहा कि हमने कॉर्पोरेट गवर्नेंस, मैनेजमेंट, 100% ट्रांसपरेंसी के साथ काम किया. उन्होंने कहा कि इससे भी बड़ी बात ये है कि हमने कभी अपने उसूलों के साथ समझौता नहीं किया. उन्होंने कहा, 'देश के सवा सौ करोड़ लोग मुझे मेरे नाम और मेरे काम से जानते हैं. मैंने 45 साल से एक दिन भी योग नहीं छोड़ा. मेरे साथ लोगों का विश्वास है.' रामदेव ने अपना बिजनेस मंत्र बताते हुए कहा कि जो भी करें उसे सौ प्रतिशत प्रमाणिकता के साथ करें.
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स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि योगपीठ ने हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) को छोड़कर सभी कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि साल 2025 तक हिंदुस्तान यूनिलीवर को भी हम पीछे छोड़ देंगे.
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स्वामी रामदेव ने कहा, 'पतंजलि ब्रांड नहीं आदोलन है. हमने पांच साल में पांच लाख लोगों को रोजगार दिया है और आने वाले पांच सालों में पांच लाख और लोगों को रोजगार देंगे.' उन्होंने कहा, 'योग को 2 लोगों के साथ शुरू किया था और आज इसे 200 देशों तक पहुंचाया है.'
उन्होंने आगे कहा, 'योग ने असाध्य रोगों को ठीक किया है और आज दुनिया का एक बड़ा तबका योग से जुड़ गया है. योग इस समय का सबसे बड़ा धर्म है.'