ऐसे समय में जब देश की ज्यादातर कंपनियां अपने कर्मचारियों को निकालकर फाइनेंस से लेकर कस्टमर सर्विसिंग जैसे काम थर्ड पार्टी से करा रही हैं. ऐसे समय में देश में एक कंपनी है जहां नौकरियों की भरमार है.
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नई दिल्ली: देश में सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था (Economy) के चलते छोटी-मझोली कंपनियों से लेकर बड़ी कंपनियां लगातार छटनी कर रही हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसी कंपनी है जो लगातार हो रहे स्लो डाउन के बावजूद भी लोगों को नौकरियां दे रही है? ऐसे समय में जब देश की ज्यादातर कंपनियां अपने कर्मचारियों को निकालकर फाइनेंस से लेकर कस्टमर सर्विसिंग जैसे काम थर्ड पार्टी से करा रही हैं. ऐसे समय में देश में एक कंपनी है जहां नौकरियों की भरमार है.
क्या आप जानते हैं कि अमेजन की वेबसाइट से बुक किया गया सामान आपके घर तक पहुंचाने वाला डिलीवरी एग्जीक्यूटिव अमेजन का एम्प्लॉई नहीं बल्कि क्वेस कॉर्प (Quess Corp) का एम्प्लॉई है. हो सकता है आपने इस कंपनी का नाम भी नहीं सुना हो लेकिन ये कंपनी भारत में सबसे ज्यादा नौकरियां देती है. बड़ी-बड़ी कंपनियां क्वेस कॉर्प से एंप्लॉइज आउटसोर्स करती हैं. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, फिलहाल बेंगलुरु की इस कंपनी के पास देश-विदेश में काम कर रहे 3.85 लाख एंप्लॉइज हैं. कर्मचारियों की यह संख्या भारत में किसी भी प्राइवेट सेक्टर कंपनी में सबसे ज्यादा हैं.
भारत में पब्लिक सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर कंपनियों में कर्मचारियों की संख्या कुछ इस प्रकार है...
पब्लिक सेक्टर
भारतीय सेना- 13-14 लाख कर्मचारी
भारतीय रेलवे- 13 लाख कर्मचारी
पोस्टल डिपार्टमेंट- 4.2 लाख कर्मचारी
प्राइवेट सेक्टर
क्वेस कॉर्प- 3.8 लाख कर्मचारी
TCS- 3.56 लाख कर्मचारी (इसके अलावा करीब 90 हजार कर्मचारी विदेशों में)
इंफोसिस- 2.4 लाख कर्मचारी
रिलायंस इंडस्ट्रीज- 1.94 लाख कर्मचारी
आंकड़ों के मुताबिक, साल 2016 के बाद से क्वेस कॉर्प सालाना 38% की रेट से ग्रो कर रही है. कंपनी के ग्रुप CEO सूरज मोराजे ने बताया कि क्वेस कॉर्प के पास अमेजन, सैमसंग, रिलायंस, वोडाफोन इंडिया और बजाज फाइनेंस से लेकिर दुनियाभर में 2000 क्लाइंट्स हैं. कंपनी के 5000 से ज्यादा कर्मचारी विदेशों में काम कर रहे हैं.
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