उद्योग जगत के विशेषज्ञों का मानना है कि देश में ऑनलाइन गेमिंग (ई-स्पोर्ट्स) का बाजार आने वाले समय में कई गुना बढ़ने वाला है. उनका कहना है कि उपकरणों के सस्ते होने, डाटा बैंडविथ के बढ़ने और ऑनलाइन गेमिंग को पसंद करने से यह कॅरियर आने वाले समय में बेहतर विकल्प बनता जा रहा है.
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नई दिल्ली : उद्योग जगत के विशेषज्ञों का मानना है कि देश में ऑनलाइन गेमिंग (ई-स्पोर्ट्स) का बाजार आने वाले समय में कई गुना बढ़ने वाला है. उनका कहना है कि उपकरणों के सस्ते होने, डाटा बैंडविथ के बढ़ने और ऑनलाइन गेमिंग को पसंद करने से यह कॅरियर आने वाले समय में बेहतर विकल्प बनता जा रहा है. इंटेल इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (बिक्री एवं विपणन समूह) प्रकाश माल्या ने कहा, 'भारत में ई-स्पोर्ट्स का बाजार लगातार बड़ा हो रहा है और न केवल खेलने वालों की संख्या बढ़ रही है बल्कि इसे देखने वालों की संख्या भी बढ़ रही है. इसके कई कारण हैं जैसे बुनियादी संरचना में सुधार, युवा आबादी की वृद्धि और बढ़ती आय आदि.'
2021 तक 120 अरब का हो सकता है गेमिंग मार्केट
फिक्की और अर्नेस्ट यंग की रिपोर्ट के अनुसार, ऑनलाइन गेमिंग का बाजार 2018 में 49 अरब रुपये का था और इसके 2021 तक बढ़कर 120 अरब रुपये के स्तर पर पहुंचने का अनुमान है. रिपोर्ट के अनुसार इस बाजार में सालाना 35.40 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है. वर्ष 2018 में ऑनलाइन गेम खेलने वालों की संख्या करीब 27.80 करेाड़ रहने का अनुमान है. हालांकि इस फील्ड में मुख्यत: मोबाइल गेमिंग का दबदबा है लेकिन पर्सनल कंप्यूटर के मामले में भी मजबूत वृद्धि का अनुमान है.
50 हजार से दो लाख तक वेतन का ऑफर
नॉडविन गेमिंग के प्रबंध निदेशक अक्षत राठी ने कहा कि सरकार से नियामकीय समर्थन और गेमिंग को कॅरियर बनाने के प्रति सांस्कृतिक बदलाव से पारिस्थितिकी को बल मिल रहा है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में गेमर होने से अलग कमेंटेटर, इंफ्लूएंसर, कोडर, वॉयस आर्टिस्ट्स जैसे अन्य कॅरियर विकल्प भी सामने आ रहे हैं. इन सबके लिये 50 हजार रुपये से दो लाख रुपये तक के वेतन की पेशकश की जा रही है.