Government Jobs: सरकारी नौकरी हर किसी के भाग्य में नहीं होती है. ज्योतिषविद कहते हैं कि कुंडली ग्रह-नक्षत्र की कुछ विशेष परिस्थितियां सरकारी नौकरी के योग का निर्माण करती हैं. आइये आज हम ऐसे ही एक ज्योतिषाचार्य द्वारा बताए गए उपायों पर नजर डालते हैं कि आखिर कुंडली में सरकारी नौकरी के योग कब और कैसे बनते हैं.
Trending Photos
Government Jobs: अक्सर हमारे देश में देखा गया है कि हर इंसान सरकारी नौकरी पाने की इच्छा जरूर रखता है. इसके लिए सैकड़ों छात्र जमकर तैयारी भी करते हैं, लेकिन सरकारी नौकरी पाना हर किसी के भाग्य में नहीं होता है. कई ज्योतिषविद कहते हैं कि कुंडली ग्रह-नक्षत्र की कुछ विशेष परिस्थितियां सरकारी नौकरी के योग का निर्माण करती हैं. आइये आज हम ऐसे ही एक ज्योतिषाचार्य द्वारा बताए गए उपायों पर नजर डालते हैं कि आखिर कुंडली में सरकारी नौकरी के योग कब और कैसे बनते हैं.
दरअसल, नौकरी का मुख्य कारक शनि होता है, लेकिन नौकरी पाने में अन्य पाप ग्रहों की भी विशेष भूमिका होती है. कुंडली का छठे और ग्यारहवें भाव का नौकरी मिलने से सीधा कनेक्शन होता है. इनके स्वामी भी नौकरी पाने में बड़ी भूमिका निभाते हैं. कुंडली में अग्नि और पृथ्वी तत्व की राशियां नौकरी पाने में खूब सहायता करती हैं.
कब मिलती है सरकारी नौकरी?
1. जब आपकी कुंडली में सूर्य व चन्द्रमा में से कोई एक मजबूत हो.
2. कुंडली में पंच महापुरुष योग में से एक या ज्यादा योग दिख रहे हों.
3. इसके अलावा कुंडली में जब शनि की स्थिति मजबूत हो और शनि की साधे साती या ढैय्या चल रही हो.
4. आपके हाथ में सूर्य की दोहरी रेखा हो या हाथ में बृहस्पति के पर्वत पर क्रॉस हो.
इस Institute ने तोड़ा कैंपस प्लेसमेंट का रिकॉर्ड, छात्र को मिला 1.18 Crore का पैकेज
कब आती है सरकारी नौकरी मिलने में रुकावट?
1. जब आपकी कुंडली में बृहस्पति की स्थिति काफी ज्यादा मजबूत हो.
2. इसके अलावा कुंडली में ग्रहण योग या गुरु चांडाल योग बना हुआ हो.
3. जब कुंडली में शनि का संबंध धन स्थान से ना हो.
4. जब हथेलियों का रंग कालापन लिए हुए हो या इनके बीच में तिल हो.
5. इसके अतिरिक्त हाथ में सूर्य का वलय हो या फिर आपकी भाग्य रेखा टूटी हुई हो.
कैसे पा सकते हैं सरकारी नौकरी, जानें उपाय
सरकार नौकरी पाने के लिए मेहनत के साथ-साथ कुछ उपाय करने भी जरूरी हैं. रोजाना सुबह-सुबह अपने माता-पिता के चरण स्पर्श जरूर करें. उगते हुए सूर्य को जल अर्पित जरूर करें. साथ ही सुबह और शाम 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें. इसके अतिरिक्त किसी की सलाह लेकर एक माणिक्य अथवा नीलम धारण करें और हल्के लाल रंग का खूब प्रयोग करें.