फरीदाबाद की एक महिला को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत होने पर अपोलो अस्पताल में ले जाया गया. तमाम कोशिशों के बाद भी महिला को बचाया नहीं जा सका और फिर डॉक्टर्स ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया. आपको बता दें इस महिला की उम्र 61 साल थी. वहीं पर इस महिला के अंग को दान करके 4 लोगों की जान को बचाया गया. डेड लोगों के अंगों से कई लोगों की जान को बचाया जा सकता है. ये बीमारी कई लोगों को होती है.
फरीदाबाद की एक महिला थी जिसकी उम्र 61 साल थी. इस महिला को हाई ब्लड प्रेशर के दौरान गंभीर परेशान होने लगी. परिवार वालों ने इनको अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया. 30 जनवरी को इनको ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया.
अस्पताल वालों ने इनके परिवार वालों की सहमति से इनके अंगों को दान करने का फैसला किया था. उनके शरीर से किडनी, लीवर, दिल को सफलता से निकाल लिया गया. एमजीएम हेल्थकेयर, चेन्नई में एक 16 साल की लड़की को दिल का दान किया गया और उनकी जान को बचाया गया.
महिला के अंगों से चार अलग-अलग लोगों की जान बचाई गई. उनकी एक किडनी जेपी अस्पताल में और एक किडनी और लिवर अपोलो अस्पताल में दिया गया.
अंगदान करना बेहद पुण्य कार्य माना जाता, इससे एक साथ में कई लोगों की जान को बचाया जा सकता है. इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के न्यूरोलॉजी के सलाहकार डॉ. विनित सूरी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा- की ये हमेशा ही परिवार वालों के लिए एक कठिन समय होता है जब वो अपने प्रियजन के अंगों का दान करते हैं.
एक 60 साल की महिला ने मरने के बाद भी 4 लोगों की जान बचाकर उनको एक नई जिंदगी दे गई. ऐसे ही इंसानों के मरने के बाद उनके अंगों से कई लोगों की जान बचाकर उनको नया जीवन मिल सकता है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़