How to reduce sugar cravings: शुगर क्रेविंग यानी चीनी की लालसा का मतलब शुगरी फूड और ड्रिंक का सेवन करने की तीव्र इच्छा या आग्रह से है. इनको छोड़ना कठिन हो सकता है और यदि ठीक से मैनेज न किया जाए तो यह एक अनहेल्दी आदत बन सकती है. आज हम मीठा खाने की इच्छा के पीछे कुछ सामान्य कारण और शुगर क्रेविंग को कम करने के टिप्स पर बात करेंगे.


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शुगर क्रेविंग क्यों होती है?
 


ब्लड शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव: जब हमारा ब्लड शुगर लेवल गिर जाता है, तो हम मीठी चीजों के लिए तरसने लगते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि मीठी चीजें हमारे ब्लड शुगर लेवल को जल्दी से बढ़ा देती हैं.


हार्मोनल असंतुलन: हार्मोनल असंतुलन (जैसे कि पीरियड्स या मेनोपॉज के दौरान) भी शुगर क्रेविंग का कारण बन सकते हैं.


तनाव: तनाव भी शुगर क्रेविंग का कारण बन सकता है. जब हम तनाव में होते हैं, तो हमारा शरीर कोर्टिसोल नामक हार्मोन छोड़ता है. कोर्टिसोल हमारे भूख को बढ़ा सकता है और यह हमें मीठी चीजों के लिए तरसने का कारण बन सकता है.


आहार की आदतें: यदि हम अपने आहार में बहुत अधिक मीठी चीजें खाते हैं, तो हमारा शरीर इसकी आदत पड़ सकती है. इससे हमें मीठी चीजों के लिए अधिक तरसने की संभावना बढ़ जाती है.


पाचन संबंधी समस्याएं: पाचन संबंधी समस्याएं (जैसे कि पेट में कीड़े या एलर्जी) भी शुगर क्रेविंग का कारण बन सकती हैं.
 


शुगर क्रेविंग को कैसे कंट्रोल करें?
 


स्वस्थ आहार लें: अपने आहार में स्वस्थ चीजें शामिल करें, जैसे कि फल, सब्जियां और साबुत अनाज. इनमें प्राकृतिक रूप से चीनी मौजूद होती है, जो हमें मीठी चीजों के लिए तरसने से रोक सकती है.


नियमित रूप से व्यायाम करें: नियमित रूप से व्यायाम करने से हमारे शरीर में इंसुलिन का लेवल कंट्रोल में रहता है, जो ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करता है.


तनाव को कम करें: तनाव कम करने के लिए योग, ध्यान, या अन्य गतिविधियों में शामिल हों.


शुगर ड्रिंक्स से बचें: मीठे ड्रिंक्स (जैसे कि सोडा और जूस) शुगर क्रेविंग का एक प्रमुख कारण हैं. इन्हें कम या पूरी तरह से छोड़ दें.


हेल्दी नाश्ता करें: एक स्वस्थ नाश्ता करने से हमें दिन भर के लिए एनर्जी मिलती है और यह हमें मीठी चीजों के लिए तरसने से रोक सकता है.


पर्याप्त नींद लें: पर्याप्त नींद लेने से हमारे शरीर को तनाव से निपटने और हार्मोन को बैलेंस करने में मदद मिलती है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.