अमेठी में राहुल गांधी के नामांकन पत्र की जांच 22 अप्रैल तक टली, BJP ने नागरिकता पर उठाए सवाल
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अमेठी में राहुल गांधी के नामांकन पत्र की जांच 22 अप्रैल तक टली, BJP ने नागरिकता पर उठाए सवाल

अमेठी से ही चुनाव लड़ रहे एक निर्दलीय उम्‍मीदवार ने राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाते हुए उनके नामांकन पत्र की जांच की मांग की थी. 

राहुल गांधी की नागरिकता पर उठे सवाल. फाइल फोटो

नई दिल्‍ली : कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी यूपी के अमेठी से लोकसभा चुनाव 2019 (lok sabha elections 2019) लड़ रहे हैं. उन्‍होंने इसके लिए अपना जो नामांकन पत्र दाखिल किया है. उसकी जांच रिटर्निंग ऑफिसर ने 22 अप्रैल तक टाल दी है. इसके बाद बीजेपी ने राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाए हैं.

बीजेपी प्रवक्‍ता जीवीएल नरसिम्‍हा ने शनिवार को प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करके राहुल गांधी से उनकी नागरिकता को लेकर जवाब मांगा है. उन्‍होंने कहा है कि राहुल गांधी बताएं कि वह ब्रिटिश नागरिक हैं या नहीं? उन्‍होंने आरोप लगाया कि एक कंपनी में राहुल की नागरिकता ब्रिटिश दर्ज है.

 

बीजेपी प्रवक्‍ता जीवीएल नरसिम्‍हा ने कहा कि राहुल गांधी और उनके वकील राहुल कौशिक अमेठी में नामांकन पत्र पर रिटर्निंग अफसर के ऑब्जेक्शन का जवाब नहीं दे सके हैं. उनको 22 तारीख का टाइम दिया गया है. ये आश्चर्य की बात है कि उनके पास जवाब नहीं था. कांग्रेस और राहुल गांधी को जवाब देना पड़ेगा.

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 जांच टालने के संबंध में जारी पत्र. फोटो ANI

उन्‍होंने कहा कि राहुल गांधी जी की नागरिकता को लेकर सबसे पहला सवाल है- क्या राहुल गांधी भारत के नागरिक हैं कि नहीं. क्योंकि उनके 2004 के डिक्लेरेशन में राहुल ने कहा था कि बैक ऑप्स कंपनी में उन्होंने निवेश किया था और 2005 में ब्रिटेन के सामने जो डॉक्यूमेंट दिए गए थे, उसमें राहुल गांधी को ब्रिटिश सिटीजन दिखाया गया था. नरसिम्‍हा का कहना है कि अगर वह ब्रिटेन के नागरिक हैं तो देश के नियम के मुताबिक राहुल की भारतीय नागरिकता खत्म हो जाती है.

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बीजेपी प्रवक्‍ता जीवीएल नरसिम्‍हा ने साधा निशाना. फाइल फोटो 

बीजेपी प्रवक्‍ता ने कहा कि राहुल से जुड़ा दूसरा मामला उनकी शैक्षणिक योग्‍यता को लेकर है. बीए के बाद राहुल को एक साल के बाद एमफिल की डिग्री मिल गई. 2014 में उनका सब्जेक्ट बदल गया. इतने सारे कंफ्यूजन पर राहुल गांधी को जवाब देना होगा. ट्रिनिटी कॉलेज में 2004 में किसी राहुल विन्ची को M PHIL  की डिग्री दी गई. क्या वो हमारे राहुल गांधी ही हैं? 

जीवीएल नरसिम्‍हा ने कहा कि तीसरा मामला है राहुल गांधी के इंवेस्टमेंट को लेकर है. वह बैक ऑप्स कंपनी में डायरेक्टर थे. उसकी इनकम का कहीं जिक्र नहीं है. यूनिटेक की प्रॉपर्टी कैसे हासिल की. उम्मीद है कि इसकी पूरी जानकारी राहुल गांधी सामने रखेंगे.

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वकील रवि प्रकाश. फोटो ANI

दरअसल अमेठी से ही चुनाव लड़ रहे एक निर्दलीय उम्‍मीदवार ध्रुव लाल ने राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाते हुए उनके नामांकन पत्र की जांच की मांग की थी. उनके वकील रवि प्रकाश का कहना है कि ब्रिटेन की एक रजिस्‍टर्ड कंपनी के दस्‍तावेजों में उन्‍होंने अपनी ब्रिटिश नागरिकता का उल्‍लेख किया है और गैर भारतीय देश में चुनाव नहीं लड़ सकता है.

रवि प्रकाश का कहना है कि इसके साथ ही राहुल शैक्षणिक सर्टिफिकेट में भी कई सारी गलतियां हैं. उन्‍होंने मांग की कि राहुल गांधी के असली शैक्षणिक दस्‍तावेज सामने आने चाहिए. बता दें राहुल गांधी केरल की वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं. वह वहां भी अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं.

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