नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2019 के चौथे चरण के मतदान की तैयारी की जा रही है. आज शाम 5 बजे से चौथे चरण के मतदान के लिए प्रचार प्रसार बंद हो गया. वहीं, बिहार-झारखंड में चौथे चरम में मतदान होना है. जिसमें बिहार के पांच सीटों पर और झारखंड के 3 सीटों पर चुनाव होना है. झारखंड के लिए यह पहला फेज है. जिसमें चतरा, पलामू और लोहरदगा सीट पर मतदान होना है.


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झारखंड के तीनों सीटों पर महागठबंधन और एनडीए के बीच लड़ाई होगी. हालांकि इसमें से एक सीट पर महागठबंधन के ही मुख्य दल कांग्रेस और आरजेडी आमने सामने होगी. आरजेडी ने पलामू और चतरा सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. लेकिन चतरा सीट पर कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशी को खड़ा कर दिया है.



दरअसल, महागठबंधन में आरजेडी को एक सीट पलामू दिया गया था. लेकिन आरजेडी ने पलामू और चतरा दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी. और कांग्रेस से कहा गया कि वह चतरा सीट पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारे. लेकिन आरजेडी के इस रवैये से नाराज कांग्रेस ने चतरा सीट छोड़ने से मना कर दिया और अपने प्रत्याशी की भी घोषणा कर दी.


अब चतरा सीट पर आरजेडी-कांग्रेस आमने सामने हैं वहीं, बीजेपी इन दोनों के सामने खड़ी है. वहीं, चतरा में त्रिशंकु संघर्ष देखने को भी मिल सकता है. चतरा में बीजेपी उम्मीदवार सुनील सिह हैं. जबकि आरजेडी से सुभाष यादव और कांग्रेस की ओर से मनोज यादव मैदान में हैं. सुभाष यादव को लालू यादव का करीबी माना जाता है.


पलामू सीट पर बीजेपी और आरजेडी के बीच टक्कर है. यहां आरजेडी से घूरन राम चुनावी मैदान में हैं, जबकि बीजेपी से विष्णु दयाल शर्मा चुनाव लड़ रहे हैं.


वहीं, लोहरदगा सीट पर कांग्रेस और बीजपी के उम्मीदवार आमने सामने होंगे. यहां बीजेपी से सुदर्शन भगत मैदान में हैं तो वहीं, कांग्रेस की ओर से सुखदेव भगत खड़े हैं. लोहरदगा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर की संभावना है.


बहरहाल, झारखंड में तीन सीटों पर जनता अपना फैसला 29 अप्रैल को लेगी. लेकिन देखना यह दिलचस्प होगा की चतरा में आरजेडी-कांग्रेस की लड़ाई में बीजेपी को इसका फायदा कितना मिलता है.