दिग्विजय सिंह इस बार भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. उनके सामने बीजेपी ने मालेगांव बम धमाकों की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को मैदान में उतारा है.
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भोपाल: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) का सियासी पारा गर्मी के साथ लगातार बढ़ता जा रहा है. इसके साथ ही आरोप-प्रत्यारोप और विवादित बयानों की राजनीति का दौर भी अपने चरम पर पहुंच गया है. इसी कड़ी में अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा ही सुर्खियों में रहने वाले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह एक बार फिर से चर्चाओं में आ गए हैं. दरअसल, दिग्विजय सिंह ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है.
दिग्विजय सिंह ने भोपाल में एक रैली में पीएम मोदी पर विवादित बयान देते हुए कहा कि आजकल गूगल पर 'फेंकू' टाइप करो तो, किसका फोटो आता है. उन्होंने कहा कि विश्व में इनकी शोहरत इस बात की है. दिग्विजय यही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि इससे झूठा प्रधानमंत्री किसी देश का नहीं है, इतना झूठ बोलते हैं. गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह इस बार भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. उनके सामने बीजेपी ने मालेगांव बम धमाकों की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को मैदान में उतारा है.
हाल ही में दिग्विजय सिंह की बैरसिया में हुई चुनावी जनसभा में उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल पूछा था. लेकिन उनका यह दांव उल्टा पड़ गया था और एक युवक ने उनकी बोलती बंद कर दी थी. जनसभा के दौरान, दिग्विजय ने लोगों से पूछा - जिसके खाते में 15 लाख रुपये आ गए हैं वो हाथ उठा दे. एक युवक ने हाथ उठाया. सिंह ने उसकी ओर इशारा करते हुए कहा, "तुम्हारे खाते में आ गए. आ जाओ, इधर आ जाओ. अकाउंट नंबर ले आओ. हम तुम्हारा नागरिक अभिनंदन करेंगे." युवक भीड़ से उठकर मंच पर पहुंचा और माइक थामते हुए बोला कि मोदी जी ने सर्जिकल स्ट्राइक करके आतंकियों को मारा.
युवक से अपेक्षित जवाब न मिलने पर दिग्विजय झल्ला गए. इसी बीच एक नेता ने युवक को धक्का मारते हुए मंच से उतार दिया. इसके बाद सिंह झल्लाते हुए बोले, "अरे सर्जिकल स्ट्राइक ने मारा. तुम्हारे खाते में पंद्रह लाख आए कि नहीं आए. क्या तुम्हे रोजगार मिला." दिग्विजय ने युवक को निशाने लेते हुए कहा कि 15 लाख रुपये तुम्हारे खाते में आ गए नौकरी भी मिल गई.
दिग्विजय की राह आसान नहीं
बीजेपी प्रत्याशी के सामने आने से दिग्विजय सिंह की राह मुश्किल बताई जा रही है. भोपाल बीजेपी का अभेद किला है. कांग्रेस 1984 में यहां से अंतिम बार जीती थी यानी पिछले 35 साल से बीजेपी का इस सीट पर कब्जा है. 1989 में सुशील चंद्र शर्मा पहली बार बीजेपी का खाता खोला था. शर्मा 1991, 1996 और 1998 में लगातार जीते और कांग्रेस जीत के लिए तरसती रही. इसके बाद 1999 में उमा भारती ने यहां से चुनावी मैदान में उतरकर जीत हासिल की. 2004 और 2009 में कैलाश जोशी ने कमल खिलाया. 2014 के लोकसभा चुनाव में आलोक संजर चुनाव जीते थे.