पेट्रोल, डीजल मूल्य वृद्धि वापस नहीं लेगी सरकार
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पेट्रोल, डीजल मूल्य वृद्धि वापस नहीं लेगी सरकार

पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने पेट्रोल और डीजल के दाम में पिछले सप्ताह की गई वृद्धि को वापस लेने की संभावना से सोमवार को इनकार किया।

बेंगलुरू : पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने पेट्रोल और डीजल के दाम में पिछले सप्ताह की गई वृद्धि को वापस लेने की संभावना से सोमवार को इनकार किया।
मोइली ने कहा कि ईंधन के दाम में हल्की वृद्धि की गयी है ताकि उपभोक्ताओं पर बोझ कम पड़े। सरकार ने पिछले शुक्रवार को पेट्रोल के दाम 1.50 रुपये और डीजल के दाम 45 पैसे लीटर बढ़ा दिये।
पेट्रोलियम मंत्री से जब पेट्रोल, डीजल मूल्य वृद्धि को वापस लेने के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था ‘नहीं, नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘हमारा देश अपनी कुल जरूरत का 73 से 75 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है। हमें आयात बिल के रूप में 7 लाख करोड़ रुपये का भुगतान करना पड़ता है। हम आखिर इतना धन कैसे प्राप्त करेंगे।’
पेट्रोल की कीमत में साढ़े तीन महीने के बाद वृद्धि की गयी है जबकि डीजल में एक महीने के अंतराल में दूसरी बार वृद्धि की गयी है। स्थानीय बिक्री कर या वैट को जोड़ा जाए तो उपभोक्ताओं पर बोझ कुछ अधिक पड़ेगा।
दिल्ली में 16 फरवरी को जहां पेट्रोल का मूल्य 1.80 रुपये बढ़कर 69.06 रुपये प्रति लीटर हो गया वहीं डीजल 51 पैसे महंगा होकर 48.16 रुपये लीटर हो गया।
मोइली ने कहा,‘मुझे लगता है कि हर कोई इसकी सराहना करेगा कि हमने उपभोक्ताओं पर ज्यादा बोझ नहीं डाला गया है। यह केवल हल्की वृद्धि है।’ वाइन ईंधन के मूल्य में वृद्धि से मुद्रास्फीति बढ़ने की संभावना है। महंगाई दर जनवरी महीने में तीन साल के निम्न स्तर 6.2 प्रतिशत पर आ गई।
उन्होंने कहा,‘तेल आयात के लिये पैसा या तो हम कर बढ़ाकर दे सकते हैं या फिर इसका मूल्य बढ़ाकर इसका भार उपभोक्ताओं पर डाले।’
पिछले महीने सरकार ने तेल कंपनियों को हर महीने डीजल के दाम में तब तक थोड़ी-थोड़ी वृद्धि करने को कहा था जब तक इस पर 10 रुपये का घाटा पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता। डीजल के दाम में की वृद्धि इसी फैसले के अनुरूप है।
बहरहाल, पिछले सप्ताह की वृद्धि के बावजूद तेल कंपनियों को डीजल पर 10.27 रुपये प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है, क्योंकि कच्चे तेल का दाम 4 प्रतिशत बढ़कर 113.24 डालर प्रति बैरल हो गया।
मोइली ने कहा, ‘जब कभी पेट्रोल की बिक्री पर लाभ होता है हमने यह स्पष्ट किया है कि इसका फायदा ग्राहकों को दिया जाए। इसीलिए पिछले महीने दरों में 25 पैसे प्रति लीटर की कमी की गयी थी।
15 और 16 फरवरी की रात से की गयी वृद्धि से पहले 18 जनवरी को पेट्रोल के दाम की समीक्षा की गयी और उसमें 25 पैसे लीटर की कटौती की गयी थी। वैट जोड़ने के बाद यह कटौती 30 पैसे हो गई और पेट्रोल का दाम कम होकर 67.26 रुपये प्रति लीटर रह गया। (एजेंसी)

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