नई दिल्ली : केंद्रीय सूचना आयोग ने आयकर विभाग को निर्देश दिया है कि वह दस शीर्ष आयकर दाताओं के नाम का खुलासा करे। विभाग से कहा गया है कि वह व्यक्तिगत, कंपनी और धर्मार्थ संगठन की श्रेणी में आने वाले शीर्ष 10 आयकर दाताओं की जानकारी दे। सूचना आयुक्त एमएल शर्मा ने कहा है कि इस सूचना का खुलासा किया जाना चाहिए क्योंकि इससे अन्य लोग अपने कर ईमानदारी से, पारदर्शी तरीके से चुकाने को प्रोत्साहित हो सकते हैं।
आयकर विभाग ने तर्क दिया था कि यह सूचना तीसरे पक्ष से जुड़ी है और गोपनीय है। अगर इसका खुलासा किया जाता है तो यह करदाता के जीवन तथा सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है। शर्मा ने इस तर्क को खारिज करते हुए कहा कि कुछ साल पहले विभाग ने सबसे अधिक कर चुकाने वालों को सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया था।
शर्मा ने कहा, `मुझे नहीं पता कि यह प्रक्रिया अब भी चल रही है या नहीं लेकिन एक बात तो स्पष्ट है कि उनके नाम के खुलासे से केंद्रीय राजस्व पर प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना नहीं है। वहीं दूसरी ओर इससे अन्य करदाता अपने करों का भुगतान ईमानदार तथा पारदर्शी तरीके से करने को प्रोत्साहित हो सकते हैं।` एस.सी. अग्रवाल की याचिका पर सुनवाई करते हुए आयोग ने आयकर नहीं चुकाने वाले बड़े डिफाल्टरों के नाम का खुलासा भी करने को कहा है। (एजेंसी)
केंद्रीय सूचना आयोग
CIC ने आयकर से मांगे टॉप-10 करदाताओं के नाम
केंद्रीय सूचना आयोग ने आयकर विभाग को निर्देश दिया है कि वह दस शीर्ष आयकर दाताओं के नाम का खुलासा करे।
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