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नई दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने 10 करोड़ रूपये के रेलवे रिश्वत मामले के एक आरोपी सुशील डागा को दो दिन के लिए केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की हिरासत में भेज दिया। इस मामले में पूर्व रेल मंत्री पवन कुमार बंसल के भांजे को भी गिरफ्तार किया गया है। कल गिरफ्तार हुए डागा को अदालत के सामने पेश किया गया और एजेंसी ने यह कहते हुए उसका रिमांड मांगा कि उन्हेंआरोपियों के पकड़ी गई बातचीत और दस्तावेजों के साथ उससे पूछताछ करनी है।
सीबीआई के विशेष न्यायाधीश स्वर्ण कांता शर्मा ने सीबीआई के अनुरोध को स्वीकार कर लिया और डागा को 22 मई तक के लिए एजेंसी की हिरासत में सौंप दिया। न्यायाधीश ने कहा, ‘‘चूंकि आरोपी (डागा) को कल ही गिरफ्तार किया गया है, उसका दस्तावेजों और पकड़ी गई बातचीत से सामना करना है। यह भी पता लगाना है कि रिश्वत की राशि की कहां से व्यवस्था की गई।’’ अदालत ने कहा कि आरोपी को दो दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेजा जाता है।
एजेंसी ने अदालत से कहा कि एक नियमित रेलवे ठेकेदार डागा ने उस रिश्वत राशि के एक हिस्से की व्यवस्था की थी जो बंसल के भांजे विजय सिंगला को सहआरोपी तथा तत्कालीन रेलवे बोर्ड सदस्य (स्टाफ) महेश कुमार को रेलवे बोर्ड का सदस्य (इलेक्ट्रिकल) बनाने के लिए दी गई थी।
एजेंसी ने यह भी कहा कि रिश्वत की रकम चंडीगढ़ ले जाने वाला और सिंगला को यह रकम सौंपते वक्त रंगे हाथों पकड़ा गया एक आरोपी विवेक कुमार भी डागा का ही कर्मचारी था।
सीबीआई ने कहा कि एक अन्य आरोपी और जीजी ट्रोनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक नारायण राव मंजूनाथ उन उपकरणों का निर्माता था जिनकी रेलवे में आपूर्ति की गई और डागा तथा दो अन्य आरोपी राहुल यादव और समीर संधीर रेलवे के ठेकेदार थे। अदालत ने 16 मई को डागा के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया था क्योंकि वह इस मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से गिरफ्तारी से बच रहा था। दिन की कार्यवाही के दौरान, अदालत ने सिंगला और गिरफ्तार आठ अन्य लोगों की न्यायिक हिरासत एक जून तक के लिए बढा दी।
महेश कुमार मंजूनाथ, राहुल यादव, समीर संधीर, विवेक कुमार, कारोबारी संदीप गोयल, अजय गर्ग और धर्मेंद्र कुमार को उनकी न्यायिक हिरासत खत्म होने के बाद अदालत के सामने पेश किया गया और उनका रिमांड एक जून तक बढा दिया गया। अदालत ने 18 मई को धर्मेंद्र कुमार की जमानत याचिका खारिज कर दी थी क्योंकि सीबीआई का कहना था कि उसकी रिहाई का शुरूआती चरण में चल रही जांच पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। धर्मेंद्र कुमार और विवेक कुमार ने 10 करोड़ की रिश्वत की रकम के एक हिस्से के तहत 90 लाख रूपये चंडीगढ़ में कथित रूप से सिंगला को दिये थे। सिंगला को यह राशि स्वीकार करते हुए गिरफ्तार किया गया। (एजेंसी)