नई दिल्ली : सरकार की आलोचना करना फैशन बन जाने संबंधी सोनिया गांधी के बयान पर बुधवार को भाजपा और कांग्रेस आमने सामने आ गए। सोनिया की टिप्पणी के लिए उन्हें आडे हाथ लेते हुए भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि यदि आपकी सरकार प्रदर्शन नहीं करती, यदि कीमतों पर अंकुश नहीं लगता, यदि भ्रष्टाचार चरम पर है, जनता का धन बेरोकटोक लूटा जा रहा हो और कुल मिलाकर निराशा का माहौल हो और औद्योगिक विकास कम हो रहा हो तो क्या हम पर्दाफाश नहीं करें। क्या ये सब (करना) फैशनेबल है।
भाजपा की निंदा पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि सोनिया गांधी ने जो कहा वह सही था और विपक्ष केवल आलोचना के लिए सरकार की आलोचना कर रही है। भाजपा की सरकार के खिलाफ निराधार आरोप लगाने की आदत रही है। अल्वी ने भाजपा शासित कर्नाटक में हुए घोटालों का हवाला देते हुए कहा कि जाहिर है कि धन लूटा जा रहा है लेकिन केवल केंद्र में नहीं बल्कि कर्नाटक में भी। भाजपा को इस तरह के बयान देने से पहले सतर्क रहना चाहिए।
उन्होंने लोकसभा में भाजपा के उपनेता गोपीनाथ मुंडे की इस दलील को भी खारिज कर दिया कि मुंबई और दिल्ली निगम चुनाव में कांग्रेस की हार से पता चलता है कि जनता अब कांग्रेस पर भरोसा नहीं करती। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि दो राज्यों में स्थानीय निकाय चुनावों से केंद्र में सरकार का भविष्य तय नहीं होता। रवि शंकर प्रसाद ने यह भी कहा था कि मुख्य विपक्षी दल का यह लोकतांत्रिक अधिकार है कि वह सरकार की खामियों और कमियों का खुलासा करे और हम खुलासे जारी रखेंगे। मुझे अफसोस से कहना पड रहा है कि यह फैशन नहीं बल्कि प्रतिबद्धता है।
इस पर अल्वी ने कहा कि निश्चित तौर पर यह विपक्ष का अधिकार है लेकिन सकारात्मक आलोचना होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया ने आज सुबह कहा था कि आजकल सरकार की आलोचना करना फैशन बन गया है।
(एजेंसी)