तिरुवनंतपुरम : केरल के श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर के पांच तहखानों से खरबों की संपत्ति मिली है. यहां अभी एक तहखाना खोला जाना बाकी है. पांच तहखाने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर खोले गए थे.
लेकिन अब 'देव प्रश्नम' खत्म हो गया है. इसका मतलब यह निकाला गया है कि अगर मंदिर का छठा तहखाना खोला गया तो मौतों और विपदा के रूप में भगवान का गुस्सा झेलना पड़ सकता है. भगवान नहीं चाहते कि छठा तहखाना खुले और मंदिर की संपत्ति कहीं बाहर जाए.
ज्योतिष विद्या के आधार पर यह 'जाना गया' कि भगवान क्या चाहते हैं. इससे पहले 'देव प्रश्नम' ज्योतिषियों का एक तरह का मंथन शिविर लगाया गया था. इसमें उन्होंने तमाम गणनाओं के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला. इसकी अगुआई मुख्य पुजारी या तांत्रिक टीपी नंबूदरी ने की. उनके साथ पांच ज्योतिषियों का समूह इस काम में लगातार कई दिनों तक लगा रहा.
ज्योतिषी मधुर नारायण भट और पद्मनाभ शर्मा ने बताया कि जो कोई इस तहखाने को खोलने की कोशिश करेगा, उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं. 'देव प्रश्नम' का यह निष्कर्ष भी निकला कि मंदिर में कर्मकांड और परंपरा निभाने में भारी चूक हुई है, जिसका खामियाजा पूरे राष्ट्र को भुगतना पड़ सकता है.
21 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने तहखानों में मिले खजाने को सुरक्षित रखने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई थी. कोर्ट ने अंतिम तहखाने को खोलने पर फिलहाल रोक लगा रखी है.
वहीं मंदिर प्रशासन का ऐसा कहना है कि प्रशासन ने संपत्ति और तहखाने को लेकर 'दैवी इच्छा' जानने के लिए 'देव प्रश्नम' आयोजित कराया है.