पुलिस कर रही अपराधियों सा व्यवहार : सुरेश राणा

मुजफ्फरनगर दंगों के सिलसिले में गिरफ्तार भाजपा विधायक सुरेश राणा ने आरोप लगाया है कि इस मामले में भाजपा को निशाना बनाया जा रहा है और इसके विधायकों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।

लखनऊ : मुजफ्फरनगर दंगों के सिलसिले में गिरफ्तार भाजपा विधायक सुरेश राणा ने आरोप लगाया है कि इस मामले में भाजपा को निशाना बनाया जा रहा है और इसके विधायकों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।
लखनऊ पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के बाद मौके पर मौजूद संवाददाताओं से बातचीत में राणा ने कहा, ‘विधानसभा में मैंने जैसे ही मुजफ्फरनगर दंगों में कथित भूमिका के लिए सरकार के वरिष्ठ मंत्री आजम खां की गिरफ्तारी की मांग उठायी, उसके बाद से ही मेरी गिरफ्तारी की तैयारी शुरू हो गयी थी। मैं कोई भगोडा नहीं हूं और विधायकों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।’ राणा ने कहा कि यदि सरकार को ऐसा लगता है कि वह दमन की कार्रवाई से उनका मुंह बंद कर देगी तो ऐसा होने वाला नहीं है।
भाजपा विधायक ने दावा करते हुए कहा, ‘भाजपा विधायकों को निशाना बनाया जा रहा है। ऐसी कोई सीडी नहीं है, जिसमें मुझे कोई भड़काऊ भाषण करते हुए दिखाया जा सकता हो और यदि सरकार के पास ऐसी कोई सीडी हो तो उसे सदन में पेश किया जाना चाहिए।’ इस बीच, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने राणा की गिरफ्तारी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार के इस कदम से यह प्रमाणित हो गया है कि वह मुस्लिम तुष्टीकरण की अति पर आमादा है।
राणा की गिरफ्तारी को एक तरफा कार्रवाई बताते हुए वाजपेयी ने कहा कि प्रदेश सरकार यह सब मुसलमानों का वोट पाने के लिए कर रही है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगों में दर्ज मुकदमों में नामजद सपा नेताओं और बसपा सांसद कादिर राना को गिरफ्तारी न किया जाना और सिर्फ भाजपा विधायक को ही गिरफ्तार किया जाना सरकार की मुसलिम तुष्टीकरण नीति की पराकाष्ठा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने केन्द्र सरकार के हस्तक्षेप को जररी बताते हुए मांग की है कि प्रदेश में सत्तारढ़ समाजवादी पार्टी को बख्रास्त किया जाय और दंगों की जांच के लिये सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में एक विशेष जांच आयोग का गठन किया जाय। (एजेंसी)

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