राजस्थान के मंत्री बाबू लाल नागर का इस्तीफा मंजूर
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राजस्थान के मंत्री बाबू लाल नागर का इस्तीफा मंजूर

राजस्थान की राज्यपाल मारर्ग्रेट आल्वा ने मुख्यमंत्री की अनुशंसा पर राज्य के डेयरी एंव खादी ग्रामोद्योग राज्य मंत्री बाबू लाल नागर का इस्तीफा आज मंजूर कर लिया है।

जयपुर : राजस्थान की राज्यपाल मारर्ग्रेट आल्वा ने मुख्यमंत्री की अनुशंसा पर राज्य के डेयरी एंव खादी ग्रामोद्योग राज्य मंत्री बाबू लाल नागर का इस्तीफा आज मंजूर कर लिया है। नागर ने जयपुर की एक महिला के साथ छेड़खानी और दुष्कर्म करने के मामले की पुलिस जांच शुरू होने तथा चौतरफा बढ़ रहे दवाब के बाद कल अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजा था।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार स्थनीय अदालत ने दुष्कर्म पीडिता के 164 के बयान दर्ज करने के लिए कल का समय नियत किया है। राजस्थान महिला आयोग ने भी राजस्थान के पूर्व राज्य मंत्री बाबू लाल नागर के खिलाफ संज्ञान लेते हुए पुलिस से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। आयोग सूत्रों ने आज कहा कि तथ्यात्मक रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद अगली कार्यवाही तय की जाएगी। फिलहाल इस मामले को लेकर आयोग को तथ्यात्मक रिपोर्ट नहीं मिली है। दुष्कर्म आरोप की जांच कर रही राजस्थान पुलिस की सीआईडी (अपराध शाखा) किसी भी वक्त पुछताछ के लिए नागर को बुलाने का फरमान जारी कर सकती है।
जानकार सूत्रों ने आज कहा कि सीआईडी (अपराध शाखा) का जांच दल स्थानीय अदालत में पीड़िता के 164 में बयान दर्ज होने के बाद दुष्कर्म आरोपी बाबू लाल नागर को पूछताछ के लिए बुलाएगी। उन्होंने बताया कि जांच दल स्थानीय अदालत में पीडिता के 164 में बयान दर्ज करवाने के लिए आज पीड़िता को लेकर अदालत परिसर पहुंचा था। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार सीआईडी (सीबी) ने अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश कनिष्ठ खंड एंव न्यायिक मजिस्ट्रेट (10) में आज पीड़िता के 164 में बयान दर्ज करवाने का प्रार्थना पत्र पेश किया। अदालत ने बयान दर्ज करने के लिए कल शनिवार का दिन तय किया है।
उन्होंने बताया कि पीड़िता ने घटना के वक्त जो कपड़े पहने होने का दावा करते हुए जांच दल को सौंपे थे, वे कपड़े विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) को आज जांच के लिए सुपुर्द कर दिये हैं। सूत्रों ने कहा कि पूर्व राज्यमंत्री बाबू लाल नागर के सरकारी आवास पर जिस कमरे में छेडखानी और दुष्कर्म होने का आरोप है, जांच दल पीड़िता की मौजूदगी में दो दफे मौका मुआयना कर चुकी है। पीड़िता का मेडिकल हो चुका है। उन्होंने कहा कि जांच दल नागर से आरोपों के बारे में एक बार पूछताछ भी कर चुका है। हालांकि नागर इससे इंकार कर रहे हैं।
इस बीच, राज्यमंत्री बाबू लाल नागर पर छेडखानी और दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता ने मीडिया से बातचीत करते हुए आरोपों को दोहराते हुए कहा कि मुझे बयान बदलने को लेकर धमकियां दी जा रही हैं, मेरे मकान के आसपास अनजान लोगों की आवाजाही अचानक बढ़ गयी है। पीड़िता ने कहा कि मैंने बहुत अत्याचार सहा है लेकिन अब मैं चुप नहीं रहूंगी। दूसरी ओर पूर्व राज्य मंत्री बाबू लाल नागर ने तय कार्यक्रम के तहत अपने परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में सरकारी आवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोपों के बारे में मुझसे न तो बातचीत की और न ही मुझसे इस्तीफा मांगा। मैंने निष्पक्ष जांच के लिए इस्तीफा दिया है।
गौरतलब है कि जयपुर की एक महिला ने एक स्थानीय अदालत में इस्तगासा दायर कर राज्य मंत्री बाबू लाल नागर पर गत 11 सितम्बर को अपने सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास पर बुलाकर एक कमरे में छेड़छाड़ तथा दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। इस्तगासे में पीड़िता ने कहा कि पहले मैं पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाने सोडाला थाने गयी लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं करने के कारण अदालत की शरण ली है। अदालत ने इस्तगासे पर सुनवाई कर सोडाला थाना पुलिस को बाबूलाल नागर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच करने और इसकी रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिये थे। (एजेंसी)

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