हिसार (हरियाणा) : गांधीवादी अन्ना हज़ारे पक्ष ने यहां 13 अक्तूबर को होने वाले लोकसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए मतदाताओं से इस पार्टी को ‘ऐतिहासिक’ शिकस्त देने की अपील की क्योंकि केंद्र में उसके नेतृत्व वाली सरकार ने जनलोकपाल विधेयक पारित नहीं कराया है. इसके बाद कांग्रेस ने भी पलटवार किया.
यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए हज़ारे पक्ष के कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल तथा मनीष सिसौदिया ने इस आरोप का खंडन किया कि अन्ना आंदोलन के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंध हैं. केजरीवाल ने कहा कि अन्ना जनलोकपाल विधेयक के मुद्दे पर दो बार अनशन पर बैठे लेकिन कांग्रेस नीत संप्रग सरकार अब तक संसद में यह विधेयक नहीं लायी है.
उन्होंने कहा, ‘आपको कांग्रेस को ऐतिहासिक शिकस्त देनी होगी. अगर आप इस पार्टी को हरा देंगे तो यह अन्ना की जीत होगी.’ कांग्रेस के खिलाफ वोट देने की अपील करने के लिये हज़ारे पक्ष को आड़े हाथ लेते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘अगर अन्ना हज़ारे राजनीति में आना चाहते हैं तो उन्हें पहले अपनी पार्टी बनानी चाहिये.’
कांग्रेस प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने कहा कि हज़ारे पक्ष ने सिर्फ उनकी पार्टी को निशाना बनाकर अपने राजनीतिक इरादे स्पष्ट कर दिये हैं. हज़ारे को लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने के बजाय खुलकर सामने आना चाहिए. उन्होंने कहा कि हज़ारे पक्ष लोकपाल विधेयक के लिये संसद के शीतकालीन सत्र का इंतजार करने को सहमत था लेकिन अब उसने अचानक अपना रुख बदल लिया है.
हज़ारे पक्ष की सदस्य किरण बेदी ने कहा कि सरकार के लिये जागने की घड़ी आ गयी है जो लंबे समय से इस मुद्दे पर टाल-मटोल की कोशिश कर रही है. केजरीवाल ने जनता से कहा कि कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक ही जैसे हैं और जनता को भ्रष्ट ताकतों को हरा देना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस जनलोकपाल विधेयक लाने से डर रही है क्योंकि उसे आशंका है कि उसके आधे मंत्री जेल चले जाएंगे. अगर विधेयक जल्द ही पारित नहीं हुआ तो हज़ारे पक्ष उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ अभियान तेज कर देगा.
हज़ारे के आंदोलन में स्वयंसेवकों के शामिल रहने की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी के संदर्भ में केजरीवाल ने कहा कि जो लोग श्रेय लेना चाहते हैं उन्हें गुजरात के दंगों और कर्नाटक सरकार में भाजपा के मुख्यमंत्री के नेतृत्व की सरकार में हुए भ्रष्टाचार के संबंध में ऐसा करना चाहिये. (एजेंसी)