नई दिल्ली: पूरे दिन तरोताजा और उर्जा से भरपूर रहने के लिए जरूरी है कि आप रातभर अच्छी और सुकूनभरी नींद लें लेकिन चिंता, सोने का स्थान और परिस्थितियां आपकी नींद में बाधक हो सकती हैं। नींद में बाधा से दीर्घकाल में आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ सकता है।
मेट्रो अस्पताल समूह में फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर दिनेश समुझ के अनुसार रात में अच्छी नींद के लिए जरूरी है कि सोने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला गद्दा और तकिया आरामदायक हो। उन्होंने बताया कि गद्दे का चुनाव व्यक्तिगत होता है। ऐसा कोई एक गद्दा नहीं जो हर तरह के व्यक्ति के अनुरूप हो तथा पीठ के दर्द के लिए कोई भी सर्वश्रेष्ठ गद्दा नहीं है।
नीद में तकिए की भूमिका अहम
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही ऐसी कोई एक सोने की स्थिति नहीं जो सभी के लिए उपयुक्त हो। सोने की उपयुक्त स्थिति अलग अलग व्यक्ति में अलग अलग हो सकती है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार तकिये की भी आरामदायक नींद में अहम भूमिका होती है।
डा. समुझ ने बताया कि जब हम खड़े होते हैं तब ऐसी स्थिति में सिर को सहारा देने के लिए गर्दन थोड़ी आगे की ओर झुकी होती है इसलिए सोते समय भी इस स्थिति को बनाये रखना जरूरी है। तकिया सिर, गर्दन और कंधों को सहारा देता है। उन्होंने बताया कि सोते समय यदि प्रयुक्त होने वाला तकिये की उंचाई अधिक हो तो गर्दन जरूरत से अधिक आगे की ओर मुड़ जाती है जिससे पीठ, गर्दन और कंधों की मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है। यह स्थिति सांस की नली में संकुचन उत्पन्न कर सकती है, जिससे सांस लेने में परेशानी होने के साथ ही नींद के समय खर्राटे भी आ सकते हैं। इससे अंतत: नींद में बाधा उत्पन्न होती है।
डा. समुझ ने बताया कि कभी कभी आरामदायक बिस्तर, नरम तकिया और मुलायम गद्दे पर लेटने के बावजूद नींद नहीं आती। ऐसा किसी बात को लेकर तनाव को लेकर हो सकता है जिसके बारे में हमारे मस्तिष्क में मंथन चलता रहता है। तनाव को कम करने के लिए मद्धम आवा में संगीत सुन सकते हैं। कुछ देर के लिए अपनी मनपसंद किताब पढ़ सकते हैं, जिससे उस तनाव वाले मुद्दे से ध्यान हट जाता है और नींद आ जाती है।
ऐसा करने से आती है गहरी नींद
आयुर्वेदाचार्य शांति कुमार मिश्र के अनुसार हाथ पैर मुंह धोकर सोने से नींद अच्छी आती है। इसके साथ ही सोने से पहले हल्का गर्म या गुनगुना दूध पीना भी नींद के लिए अच्छा होता है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए दिल्ली रत्न पुरस्कार से सम्मनित डॉक्टर जी सी वैष्णव के अनुसार यदि हम चाहते हैं कि हमें रात में आरामदायक और सुकून की नींद आए तो सोने से पहलें चाय कॉफी, चॉकलेट या शराब के सेवन से बचना चाहिए। ये सभी चीजें नींद में बाधक होती हैं। शोर या तनाव से भी नींद में बाधा उत्पन्न होती है। आसपास शोर होने से भी नींद नहीं आती। हमें शोर को कम करने के उपाय करने चाहिएं।
उन्होंने कहा कि तनाव से नींद में बाधा आती है। इसे कम करने के लिए ध्यान का सहारा लिया जा सकता है। इसके साथ ही रात के समय हल्का भोजन करना चाहिए। (एजेंसी )