Bank FD Interest Rates: एफडी की ब्याज दर में पिछले एक साल में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके अलावा भी कुछ निश्चित निवेश के विकल्प हैं जो आपको बेहतर रिटर्न देते हैं.
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Small Savings Schemes: हर किसी की चाहत होती है कि उसके निवेश पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न मिले और उसका पैसा भी सुरक्षित रहे. पिछले कुछ सालों में एफडी पर मिलने वाली ब्याज दर के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद अब निवेशक काफी खुश हैं. दरअसल, एफडी का रिटर्न हाई लेवल पर जाने के बाद निवेशक खुश हैं. बड़े बैंकों की तरफ से अलग-अलग अवधि की एफडी पर 7.5% की ब्याज दर ऑफर की जा रही है. इसके अलावा कुछ छोटे वित्तीय बैंक 9 प्रतिशत तक की ब्याज दर भी ऑफर कर रहे हैं.
एफडी की ब्याज दर में पिछले एक साल में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके अलावा भी कुछ निश्चित निवेश के विकल्प हैं जो आपको बेहतर रिटर्न देते हैं. आइए एक नजर डालते हैं निवेश के ऐसे ही चार विकल्पों के बारे में-
पोस्ट ऑफिस में 5 साल की एफडी
पोस्ट ऑफिस की एफडी (POTD) निश्चित आय की तलाश करने वालों के लिए बैंक एफडी का एक विकल्प है. यह एफडी के मुकाबले अधिक सुरक्षित है. यहां पर आपको एक, दो, तीन और पांच साल का विकल्प मिलता है. किसी भी डाकघर में आप कितने भी अकाउंट खोले सकते हैं. यहां पर एफडी के लिए न्यूनतम राशि 200 रुपये और इसके बाद 200 रुपये के गुणक में राशि होनी चाहिए. जुलाई-सितंबर 2023 तिमाही के लिए, 5-वर्षीय डाकघर सावधि जमा पर ब्याज दर 7.5% है.
पांच साल की एनएससी
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) में पांच साल का लॉक-इन पीरियर रहता है. इस योजना में आप निवेश अकेले, संयुक्त रूप से कर सकते हैं. योजना आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत आयकर कटौती के लिए भी योग्य है. यहां ब्याज का भुगतान नहीं किया जाता बल्कि दोबारा निवेश किया जाता है. जुलाई-सितंबर 2023 तिमाही के लिए 5 साल की पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दर 7.7% है.
RBI फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड
आरबीआई (RBI) सेविंग बॉन्ड राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) से जुड़ी हुई है. आरबीआई फ्लोटिंग रेट सेविंग बॉन्ड पर ब्याज दर एनएससी की ब्याज दर से 0.35% ज्यादा है. एनएससी ब्याज दर में कोई भी बदलाव आरबीआई सेविंग बॉन्ड पर दी जाने वाली ब्याज दर में दिखाई देगा. वर्तमान एनएससी ब्याज दर में 0.35% अधिक होने पर यह 8.05% हो जाती है. RBI सेविंग बॉन्ड पर हर छह महीने में ब्याज दर की समीक्षा की जाती है. इन बॉन्ड में न्यूनतम निवेश 1,000 रुपये से शुरू होता है.
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)
इस योजना में केवल वरिष्ठ नागरिक या वीआरएस लेने वाले लोग ही निवेश कर सकते हैं. एससीएसएस का फायदा 60 साल से ज्यादा की उम्र वाला कोई भी व्यक्ति डाकघर या बैंक से ले सकता है. एससीएसएस की अवधि पांच साल होती है. मैच्योरिटी के बाद इसे तीन साल तक बढ़ाया जा सकता है. इस पर हर तीन महीने में ब्याज मिलता है और यह आयकर से पूरी तरह मुक्त है. इसमें न्यूनतम निवेश की सीमा 1,000 रुपये और अधिकतम 30 लाख रुपये है.