Life Insurance: अगर फैमिली के ऐसेट्स ज्यादा हैं जिसके वजह से लाइबिलिटीज ज्यादा हैं जैसे होम लोन कार लोन आदि. इसके अलावा फ्यूचर लाइबिलिटिज को भी मिला लें और यह ऐसेट्स से ज्यादा है तो टोटल नेटवर्थ उनकी पॉजिटिव है.
Trending Photos
Term Insurance Explained: जब हम लाइफ इंश्योरेंस लेने की सोचते हैं तो बहुत कन्फ्यूजन हो जाता है. इतने सारे अलग अलग सवाल आने शुरू हो जाते हैं जैसे कि सबसे पहला सवाल तो यही है कि क्या हमें लाइफ इंश्योरेंस लेना चाहिए या नहीं लेना चाहिए? क्या हमारे प्रोफाइल के लिए लाइफ इंश्योरेंस सूटेबल है या नहीं. दूसरा सवाल कौन सा लाइफ इंश्योरेंस बेस्ट है. हमें लाइफ इंश्योरेंस कब लेना चाहिए कौन सा सही समय है. कैसे हम अपने लिए लाइफ इंश्योंरेंस चूज करें क्या क्या पैरामीटर चेक करें.
सबसे पहले बात करते हैं कि किसे लाइफ इंश्योरेंस लेना चाहिए और किसे लाइफ इंश्योरेंस लेने की जरूरत ही नहीं है. किसी की मौत के बाद उसकी फैमिली का लाइफ स्टाइल जैसा का तैसा बना रहे इसके लिए लाइफ इंश्योरेंस लेना चाहिए या नहीं यह दो चीजों पर निर्भर करता है वह उसकी फाइनेंशियल सिचुएशन से जुड़ी हैं. यह डिपेंड करता है इंडिविजुअल और फैमिली इनकम पर और दूसरा खर्च कितने हैं. इसके अलावा असेट्स और लाइबिलिटी कितनी हैं.
अगर फैमिली के ऐसेट्स ज्यादा हैं जिसके वजह से लाइबिलिटीज ज्यादा हैं जैसे होम लोन कार लोन आदि. इसके अलावा फ्यूचर लाइबिलिटिज को भी मिला लें और यह ऐसेट्स से ज्यादा है तो टोटल नेटवर्थ उनकी पॉजिटिव है. तो ऐसे लोगों को लाइफ इंश्योरेंस लेने की जरूरत नहीं है.
इसके बाद सवाल आता है कि अगर लाइफ इंश्योरेंस लेना है तो कौन सा लें. अगर आप किसी एजेंट के पास जाएंगे तो वह ऐसे प्लान बताएगा जिससे उसे ज्यादा फायदा हो. लेकिन जो सबसे अच्छा प्लान होता है वह टर्म प्लान होता है. टर्म प्लान में आपको केवल इंश्योरेंस मिलता है किसी भी तरह का कोई इनवेस्टमेंट नहीं होता है. क्योंकि इस प्लान में कंपनी से पैसा केवल तभी मिलता है जब इंश्योरेंश धारक की मौत हो जाती है.
भारत की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की जरूरत नहीं