sonbhadra gold: 12 लाख करोड़ के खजाने की रक्षा कर रहे हैं हजारो सांप

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में 3 हजार टन सोने का भंडार छिपा होने की चर्चा पूरे देश में है. लेकिन इसे निकालना इतना आसान नहीं है. क्योंकि सोने के इस खजाने के उपर हजारो भयंकर और जहरीले सांपों का पहरा है. बात बेहद अजीब और रहस्यमय है.  लेकिन है बिल्कुल सच-

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 22, 2020, 08:20 PM IST
    • फिर खजाने के साथ सांप आए सामने
    • सोनभद्र में सोना मिलने की बात सामने आई
    • लेकिन इस सोने पर जहरीले सांपों का पहरा
    • हजारों की संख्या में जहरीले सांप मौजूद
    • सोन पहाड़ी के आस पास है बिखरा है सोना
    • वहीं पर डेरा डाले बैठे हैं हजारों सांप
    • कैसे निकाला जाएगा सोनभद्र का खजाना
sonbhadra gold: 12 लाख करोड़ के खजाने की रक्षा कर रहे हैं हजारो सांप

सोनभद्र: ये एक अजीब संयोग है कि जहां पर खजानों की चर्चा होती है, वहां सांपों का अस्तित्व भी सामने आ जाता है. चाहे वह सोना किसी के द्वारा इकट्ठा किया हुआ खजाना हो या फिर प्राकृतिक अवस्था में. हर बार  सोने के साथ सांप जरुर दिखाई देते हैं. यूपी के सोनभद्र में भी ऐसा ही दिखाई दे  रहा है.

सोनभद्र में प्राकृतिक अवस्था में है सोने का खजाना
हाल ही में भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट में सामने आया कि सोनभद्र जिले में 3 हजार टन सोना मौजूद है. जिसकी कीमत 12 लाख करोड़ से ज्यादा है. यह सोना भारत सरकार के खजाने में मौजूद सोने से भी ज्यादा है. यहां तक कि दुनिया के कई देशों में जमा कुल सोने से भी सोनभद्र के सोने की मात्रा ज्यादा है. इलाके में ये सोने के भंडार सोन पहाड़ी और हरदी इलाके में मौजूद हैं.

लेकिन इस खजाने पर है जहरीले सांपों का पहरा
दिलचस्प बात ये है कि सोने के इस भंडार पर दुनिया के सबसे जहरीले सांपों का पहरा मौजूद है. जिस स्थान पर सोना मौजूद है वहां पर रसेल वाइपर, कोबरा और करैत जैसे जहरीले सांपों का पहरा है. सांपों की ये प्रजातियां इतनी जहरीली हैं कि इनका काटा पानी भी नहीं मांगता.
इन सभी में घातक रसेल वाइपर तो सिर्फ सोने के खजाने वाली जगह पर ही पाया जाता है. इसके जहर में खून को जमा देने वाला हीमोटॉक्सिन मौजूद होता है. जो इंसान के लिए बेहद घातक है.


इसके अलावा करैत और कोबरा भी सांपों की बेहद जहरीली प्रजातियां हैं. जो कि सोने के भंडार के इर्द गिर्द डेरा डाले बैठी हैं.

खजानों से सांपों का संबंध बेहद पुराना
दुनिया में जहां कहीं भी सोने या खजाने की बात चलती है, उसके रक्षक सांपों का जिक्र जरुर आता है. चाहे वो मिस्र के पिरामिडों में छिपे हुए खजाने हों या केरल के पद्मनाभस्वामी मंदिर का खजाना.

आपको याद होगा कि पद्नाभस्वामी मंदिर का सबसे बड़ा माना जाने वाला खजाना सातवें तहखाने में बंद है. जिसपर कोई ताला नहीं लगा है बल्कि दो सांपों की आकृति बनाई हुई है. कहा जाता है कि जो भी यह खजाना खोलेगा उसे महाविनाश का सामना करना पड़ेगा. मान्यता ये भी है कि यह सातवां द्वार सर्पबंध मंत्र से बंद किया गया है. जिसे मंत्र से ही खोला जा सकता है.

प्राकृतिक खजाने पर भी है सांपों का पहरा
लेकिन सोनभद्र का खजाना किसी इंसान का जमा हुआ खजाना नहीं है. बल्कि यह प्राकृतिक अयस्कों के रुप में मौजूद है. जिसकी खुदाई के बाद शोधन किया जाएगा. लेकिन इस प्राकृतिक सोने के खजाने पर भी जहरीले सर्पों ने डेरा डाल रखा है. 


इस पूरे इलाके यानी जुगल थाना क्षेत्र के सोन पहाड़ी के करीब दक्षिणांचल के दुद्धी तहसील के महोली, विंढमगंज चोपन ब्लॉक में भारी संख्या में जहरीले सांप मौजूद हैं.
ये पूरा इलाका वन विभाग के अंतर्गत आता है. जिसे अभी सोने की खुदाई के लिए अनुमति देना है. जिसके बाद सोने के भंडार के ई-टेंडरिंग की जाएगी.

लेकिन इतनी ज्यादा संख्या में मौजूद सांपों के आस पास रहते खुदाई किस तरह की जाएगी, यह सोचने का विषय है. रहस्य ये भी है कि आखिर सोने के भंडारों के आस पास ही सांप क्यों मिलते हैं? सोने और सांपों का क्या संबंध है?

ये भी पढ़ें--सोनभद्र के खजाने से मालामाल होगा देश, सोने के अलावा यूरेनियम भी मिला
ये भी पढ़ें--यूपी के सोनभद्र में मिला अरबों का सोना, नीलामी की तैयारी में सरकार
ये भी पढ़ें--सोनभद्र, उत्तर प्रदेश में जमीन के नीचे 15,000 अरब का सोना

 

ट्रेंडिंग न्यूज़