लखनऊ: कोरोना वायरस संक्रमण के बीच राम मंदिर निर्माण को लेकर सारे कार्यक्रम लॉकडाउन लागू रहने तक के लिए स्थगित कर दिए गए हैं. ट्रस्ट के सदस्यों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर देशभर में लॉकडाउन है.कोरोना संकट से निपटना देश की प्राथमिकता है. 4 अप्रैल को अयोध्या में होने वाली ट्रस्ट की बैठक स्थगित कर दी गई.
नए मन्दिर में विराज चुके हैं रामलला
चैत्र नवरात्रि की शुरुआत के दिन श्री रामलला, उनके भाइयों और भक्त हनुमान को बुधवार रात करीब 3 बजे चीड़ की लकड़ी और कांच से बने अस्थायी मंदिर में स्थापित किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्रीराम जन्मभूमि स्थित मानस भवन में मौजूद रहे. उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए दान में 11 लाख रुपए का चेक भी दिया.
इससे पहले मंगलवार को मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने भगवान से नए स्थान पर विराजने की प्रार्थना की और सालों से चली आ रही रस्म को पूरा करते हुए नए मंदिर का वास्तु पूजन किया था.
शनिवार से दूरदर्शन पर 'रामायण' का प्रसारण
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बन रहा है मन्दिर
आपको बता दें कि राम मंदिर के निर्माण के लिए देश की सर्वोच्च अदालत ने एक ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया था. अदालत ने सरकार से 5 एकड़ जमीन मस्ज़िद बनाने के लिए देने को कहा था.
...फिर इन सभी देशों को ताकतवर कहलाने का हक किसने दिया?
श्रद्धालु रामलला के मंदिर के लिए दे रहे हैं दान
अयोध्या में विराजमान रामलला के अकाउंट में 2.81 करोड़ रुपए नकद और 8.75 करोड़ रुपए की एफडी जमा है. इसके अलावा 230 ग्राम सोना, 5019 ग्राम चांदी व 1531 ग्राम अन्य धातुएं हैं. उनका नया अस्थायी मंदिर कुटी की तरह तैयार किया गया है, जिसे जर्मन पाइन लकड़ी व कांच से बनाया गया है. इसका प्लेटफार्म संगमरमर से तैयार किया गया है.
उल्लेखनीय है कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की ओर से नए मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रामलला को "छप्पन भोग प्रसाद" अर्पित किया गया था.