कोरोना वायरस ने अमेरिका समेत इन देशों में बढ़ाई बेरोजगारी

दुनियाभर के कई देशों में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है. एक तरफ इस वायरस के संक्रमण से लोगों की जान जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन की वजह से कई लोगों की नौकरी भी जा रही है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 10, 2020, 06:57 PM IST
कोरोना वायरस ने अमेरिका समेत इन देशों में बढ़ाई बेरोजगारी

नई दिल्ली: पूरी दुनिया में फैले कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण अब लोगों की रोजी-रोटी पर भी संकट आ गया  है. अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में कंपनियां लोगों को नौकरी से निकाल रही हैं. संक्रमण रोकने के लिए के दुनिया के अलग-अलग शहरों में लगाए गए लॉकडाउन की वजह से लोगों की नौकरियां खत्म हो रही हैं.

आपको बता दें कि एक विदेशी वेबसाइट के मुताबिक कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण अकेले अमेरिका में अब तक 1.68 करोड़ लोगों बेरोजगार हो गए हैं.

अमेरिकी सरकार से बेरोजगारी पैकेज मांगने वालों की संख्या में इजाफा

अमेरिका के श्रम ब्यूरो की ओर से गुरुवार को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार अब तक 1.68 करोड़ लोगों ने बेरोजगारी पैकेज के तहत सहायता राशि लेने के लिए आवेदन किया है. यह 3 हफ्ते का आंकड़ा है. 

बता दें कि पिछले दो सप्ताह में अमेरिका में सहायता राशि के लिए आवेदन करने वालों की संख्या 1 करोड़ के आसपास थी. हालांकि, तीसरे सप्ताह में आवेदन करने वालों की संख्या दूसरे सप्ताह के 66 लाख के मुकाबले घटकर 2 लाख 61 हजार पर आ गई.

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कनाडा और जर्मनी में भी बढ़ी बेरोजगारी

आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण की वजह से कनाडा में लगभग 10 लाख लोगों की नौकरी जा चुकी है. कनाडा के लेबर फोर्स सर्वे के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के कारण मार्च महीने में 10 लाख से ज्यादा लोगों की नौकरी छिन चुकी है. इससे कनाड़ा में मार्च महीने में बेरोजगारी दर 2.2 फीसदी से कई गुना बढ़कर 7.8 फीसदी पर पहुंच गई है.

कोरोना संक्रमण की मार झेल रहे जर्मनी में भी इस साल बेरोजगारी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, यहां अब तक 6.5 लाख से ज्यादा कारोबारियों ने काम के घंटे कम करने के लिए आवेदन कर दिया है. न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार यह स्थिति 2008- 09 की मंदी से भी ज्यादा भयंकर बताई जा रही है.

भारत में भी रोजगार जाने की आशंका

कोरोना के बढ़ते प्रकोप और उससे निपटने के लिए जारी 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन के कारण भारत में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लगभग 40 करोड़ लोगों के प्रभावित होने की आशंका है. इससे उनकी नौकरियों और कमाई पर बुरा असर पड़ सकता है. अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोनावायरस असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले 40 करोड़ लोगों को और गरीबी में धकेल देगा.

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