नई दिल्लीः जैसे-जैसे अयोध्या में भूमिपूजन की तारीख निकट आती जा रही है, बयानबाजी की बयार भी उसी तेजी से बह रही है. भूमि पूजन के लिए अब सिर्फ 3 दिन रह गए हैं और तैयारियां बिल्कुल अंतिम चरण में हैं. इस बीच लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कुछ ऐसा कहा है जिससे कि वह चर्चा में आ गए हैं.
मंदिर निर्माण का किया स्वागत
जानकारी के मुताबिक, एनडीए की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मंदिर निर्माण के फैसले का स्वागत किया है. इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा है कि वह शबरी के वंशज हैं. चिराग पासवान ने रविवार को कहा कि मैं माता शबरी का वंशज हूं. पासवान ने यह भी कहा कि मेरे जीवन समय में मंदिर का निर्माण मेरा परम सौभाग्य है.
माता शबरी के प्रेम को देखते हुए भगवान राम ने उनकी तुलना माता कौशल्या से की थी।वंचित वर्ग से आने के बावजूद भगवान राम के मन में माता शबरी के प्रति तनिक भी भेदभाव की भावना नहीं थी। pic.twitter.com/bKn0sAAWVZ
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) August 2, 2020
बराबरी का प्रतीक बनेगा राम मंदिर
उन्होंने यह भी कहा कि हमारा विश्वास है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के साथ ही भगवान राम की सोच जनता तक जाएगी और एक ऐसा समाज बनेगा जहां किसी के साथ भेद-भाव न हो. राम राज्य की परिकल्पना ऐसी होनी चाहिए जहां, न अमीरी –ग़रीबी, न हिंदू - मुस्लिम और न ही जाति के आधार पर भेदभाव हो. मंदिर निर्माण ना सिर्फ मानव बल्कि समस्त जीव-जंतु, पशु-पक्षी के लिए खुशी और आत्मसंतुष्टि की बात है.
वंचित वर्ग से आने वाली,गुरु मतंग की शिष्या,श्री राम की परमभक्त माता शबरी का वंशज होने के नाते यह मेरा सौभाग्य है की मेरे जीवनकाल में पुनः मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। pic.twitter.com/9JFYBuFqj1
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) August 2, 2020
भेदभाव रहित समाज का हो निर्माण
चिराग ने कहा कि माता शबरी की भक्ति व प्रेम भाव का असर था कि बिना संकोच के भगवान राम ने प्रेम से उनके झूठे बेर खाए. उन्होंने कहा कि वंचित वर्ग से आने के बावजूद भगवान राम के मन में माता शबरी के प्रति तनिक भी भेदभाव की भावना नहीं थी.
मंदिर निर्माण के साथ-साथ भगवान राम के इन विचारों को अपनाकर ऐसे समाज का भी निर्माण करना होगा जहां किसी प्रकार का भेदभाव ना हो.
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