Criminal Death Penalty: अमेरिका में फ्लोरिडा का रहने वाला 65 साल का आदमी स्टीवन लोरेंजो दो लोगों जेसन गेलहाउस और माइकल वाचहोल्ट की हत्याओं का दोषी पाए जाने के बाद अमेरिका के जज द्वारा मौत की सजा सुनाई गई थी. लेकिन, सजा सुनाए जाने से पहले लोरेंजो ने जज क्रिस्टोफर सबेला से एक अजीब गुहार लगाई, जिसमें उसने मौत की सजा की मांग की. फरवरी 2023 में हिल्सबोरो काउंटी कोर्टहाउस में हुई सुनवाई का यह चौंकाने वाला पल कैमरे में कैद हो गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जज ने क्रिमिनल से पूछा एक सवाल


वीडियो में जज सबेला पूछ रहे हैं कि सजा सुनाए जाने से पहले क्या कोर्टरूम में मौजूद कोई भी व्यक्ति कुछ कहना चाहता है. इसके जवाब में, लोरेंजो ने हाथ उठाया और वहां मौजूद सभी लोगों का धन्यवाद किया. उसने वकीलों को बताया कि उनके प्रति कोई दुश्मनी नहीं है. फिर उसने जज से मौत की सजा देने की मांग की और इसे चाहने के पीछे अपने कारण भी बताए.


 



 


क्रिमिनल ने आखिर क्या कहा?


लोरेंजो ने कहा, "मेरी उम्र को देखते हुए मैं आराम से रहना चाहता हूं, इसलिए मैं आपसे मौत की सजा देने की मांग करता हूं. मुझे पता है कि मैं शायद 10 से 15 साल तक फांसी की सजा पाने वालों की कतार में रह सकता हूं जो मुझे बेवकूफी भरा लगता है. जितनी जल्दी मुझे मार दिया जाएगा, उतनी ही जल्दी मैं एक नया शरीर पा सकता हूं और वापस आ सकता हूं. मैं इसे ऐसे देखता हूं."


निर्दोष की पत्नियों ने कही ये बात


लोरेंजो की गुहार के बावजूद जज सबेला ने साफ कर दिया कि उनकी बात का फैसले पर कोई असर नहीं पड़ेगा. जज ने कहा, "मुझे नहीं पता आप जो कह रहे हैं वो उल्टा मनोवैज्ञानिक दबाव डालने की कोशिश है या नहीं, और न ही मुझे इसकी परवाह है. मैं सजा सुनाते वक्त आपकी इच्छा का कोई ख्याल नहीं रखूंगा." फिर जज ने गेलहाउस और वाचहोल्ट की माताओं पाम विलियम्स और रूथ वाचहोल्ट की गवाही का हवाला दिया. जज ने उन्हें दो बहुत हिम्मती जवान लड़कियां बताया. सुश्री पाम विलियम्स ने कहा, "मैं तुम्हें मौत की सजा देता हूं" यही सजा है तुम इन भयानक अपराधों के लिए पाने के लायक हो."


रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोरेंज़ो को 26 साल के गेलहाउस और वाचहोल्ट को फ्लोरिडा के टैम्पा स्थित अपने घर ले जाने का दोषी पाया गया था, जहां उसने उन्हें कैद करके मार डाला था. उसके साथी अपराधी स्कॉट श्वेकर्ट ने 2016 में पहली डिग्री हत्या के दो मामलों में खुद को दोषी करार दिया था.