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Spiritual Speaker Abhinav Arora: अभिनव अरोड़ा नाम के एक बच्चे ने कहा कि जब वह तीन साल का था तो कोई भी उसके साथ बैठना नहीं चाहता था. अब वह बहुत सारे लोगों को प्रेरणा देते हैं. आध्यात्मिक उपदेशक कहलाने वाले अभिनव अरोड़ा के इंस्टाग्राम पर 950k से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. लोग उनके वीडियो देखकर बहुत प्रभावित होते हैं और उन्हें बहुत प्यार देते हैं. लेकिन एक यूट्यूबर के दावों के अनुसार, अभिनव केवल कैमरा के सामने अपने सभी शब्दों का पाठ करता है. उनका दावा है कि अभिनव को कैमरा के सामने कुछ चीजें कहने के लिए ब्रेनवाश किया गया है और इसके लिए केवल उसके माता-पिता ही जिम्मेदार हैं. आइए इस कहानी के पीछे की सच्चाई जानें.
कौन है अभिनव अरोड़ा?
दरअसल, अभिनव अरोड़ा देश के सबसे कम उम्र के स्वयंभू आध्यात्मिक उपदेशक हैं. इंस्टाग्राम पर उनके 9.58 लाख, फेसबुक पर 2.2 लाख फॉलोअर्स और यूट्यूब चैनल पर 1.3 लाख सब्सक्राइबर्स हैं. वह अपने ज्ञान और भगवान कृष्ण व राधा के प्रति अपने भक्ति के लिए सोशल मीडिया पर वायरल हुए. हालांकि, उनका कहना है कि उनके कितने भी फॉलोअर्स हो जाएं, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता.
केवल यही नहीं, बल्कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उन्हें भारत का सबसे कम उम्र का आध्यात्मिक वक्ता कहा और उन्हें अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित किया था.
आध्यात्मिक वक्ता अभिनव अरोड़ा पर विवाद
अभिनव अरोड़ा और उनके माता-पिता ने मीडिया को जो बताया है, उसके अनुसार 9 वर्षीय अभिनव के कोई दोस्त नहीं हैं और उन्हें कोई दोस्त बनाने की इच्छा भी नहीं है. खिलौनों या स्मार्टफोन में उनकी बहुत कम या कोई दिलचस्पी नहीं है और उनका दावा है कि उन्होंने कभी भी स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं किया है. उनका मानना है कि टीवी एक विकर्षण है. वह केवल राधा-कृष्ण की भक्ति में ही लीन रहना चाहते हैं. वह कहानियां सुनाते हैं और धार्मिक लेखों का हवाला देते हैं. वह बच्चा कुर्ता और धोती पहनते हैं. उसे भगवद् गीता पढ़ना, कृष्ण के जन्मस्थान वृंदावन का दौरा करना और परिवार के विशाल पूजा कमरे में मूर्तियों की देखभाल करना पसंद है.
अभिनव अरोड़ा का गणेश विसर्जन के दौरान भावुक अलविदा कहने का वीडियो वायरल हो गया था. उन्होंने द प्रिंट के साथ शेयर किया, "मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं कि श्री राधा रानी ने मुझे अपना भक्त बनाया. उन्होंने मुझे धर्म का संदेश फैलाने के योग्य पाया. उन्होंने शुरू से ही मेरा हाथ थामा."
Abhinav Arora exposed...#sstvi #AlwaysWithSeunghan #JUSTICE_FOR_SEUNGHAN https://t.co/8Xr8srjwtb
— Priya Meena (@PriyaMeena5255) October 14, 2024
क्या अभिनव अरोड़ा एक आध्यात्मिक वक्ता बनने के योग्य हैं?
अभिनव अरोड़ा कई इंटरव्यू में शब्द-दर-शब्द एक ही उत्तर दोहराते हुए देखे गए थे. जब उन्हें लगता था कि यह आवश्यक है तो उनके माता-पिता हस्तक्षेप करते थे. अंकित नाम के एक यूट्यूबर ने अपने चैनल 'ओनली देसी' पर अभिनव के माता-पिता के व्यावसायिक मानसिकता का पर्दाफाश किया और बताया कि कैसे वे अपने बच्चे का ब्रेनवाश कर रहे हैं, उसका बचपन बर्बाद कर रहे हैं, उसे सच्चे आध्यात्मिकता से परिचित कराने के बजाय यह सब ब्रांड एंगेजमेंट, मीडिया प्रचार और पैसा कमाने के लिए.
अंकित ने अपने वीडियो में कहा, "उनके पिता उन्हें बाजार में एक उत्पाद की तरह बेचने की कोशिश कर रहे हैं और बच्चा यह सोचकर बड़ा होगा कि वह भगवान है जो भविष्य में बच्चे के लिए बहुत समस्याजनक हो सकता है."
अभिनव अरोड़ा के पास अच्छी संख्या में फॉलोअर्स हैं, लेकिन उन्हें नेटिजन्स द्वारा भी ट्रोल किया जाता है, जो सोचते हैं कि वह सिर्फ अपने माता-पिता द्वारा पहले से लिखी गई स्क्रिप्ट को पढ़ रहे हैं. वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के एक पुजारी ने द प्रिंट के साथ बातचीत में कहा, "इस बच्चे को क्या पता है? कैसे यह 10 वर्षीय भगवद् गीता, उसके व्याकरण और उसके सिद्धांतों को समझ सकता है? उसने कहां से पढ़ाई की है? उसका गुरु कौन है?"
वीडियो यहां देखे pic.twitter.com/3L4k7NhXGW
— Ravi Yadav Sambhal (@RaviA2Y) October 14, 2024
ओनली देसी अकाउंट ने खोली पोल
ओनली देसी ने अपने यूट्यूब चैनल पर दूसरा वीडियो पोस्ट किया जिसमें अभिनव और उसके परिवार के कई प्रमाण सामने आए जो बच्चे को आध्यात्मिक वक्ता के रूप में जनता के सामने पेश करने से पहले एक सामान्य जीवन जी रहे थे. अभिनव के बचपन के वीडियो में उन्हें मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए खिलौनों से भरा कमरा रखने और एक सामान्य जीवन जीते हुए दिखाया गया है जो उनके इंटरव्यू में कहे गए बातों के विपरीत है.
वीडियो ने अभिनव के पिता तरुण राज अरोड़ा को भी भूतकाल में ठगी के एक न्यायिक मामले में शामिल होने का पर्दाफाश किया है. हालांकि यूट्यूबर ने अदालती मामले के बारे में ज्यादा टिप्पणी नहीं की, लेकिन उन्होंने बताया कि उनके पिता को एक व्यवसाय के लिए निवेशकों का पैसा वापस करने में विफल होने के लिए दोषी ठहराया गया है.
एक You Tuber भाई ने इसकी और इसके मम्मी पापा की पूरी पोल खोल दी है कि,
ये सब कैसे धर्म के नाम पर देश के भोले लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं,
इसके पिता पहले Ice cream कम्पनी खोले,
कंपनी फेल हो गई,
तो दूसरा बिजनेस किया,
वो भी फेल हो गया,तो अपने लड़के को धर्म के धंधे में उतार दिया,
और… pic.twitter.com/ffhVVcDj2j— ANIL (@AnilYadavmedia1) October 14, 2024
तरुण के अतीत के वीडियो स्निपेट्स में उन्हें 'फलूदा-एक्सप्रेस' नाम के आइसक्रीम कार्ट्स का बिजनेस चलाते हुए दिखाया गया और अनुमान लगाइए कि 'फलूदा-एक्सप्रेस' के प्रचार का चेहरा कौन था? उनके अपने अभिनव. ओनली देसी के डीप रिसर्च ने अभिनव के परिवार का पर्दाफाश किया है लेकिन वीडियो के अंत में उनका केवल यह दृष्टिकोण है कि अभिनव एक आध्यात्मिक वक्ता होने के योग्य नहीं है.
वीडियो के आखिर में अंकित ने अपने फॉलोअर्स से कहा कि वे किसी भी व्यक्ति का आंख बंद करके पालन न करें जो खुद को भगवान का बच्चा बताता है. ओनली देसी का यह 'एक्सपोज' वीडियो वास्तव में नेटिजन्स के लिए एक आंख खोलने वाला है जो आसानी से लाइक, शेयर और सब्सक्राइब बटन दबाते हैं और लोगों के विश्वासों के आधार पर खुद को बाजार में लाने में मदद करते हैं और उनकी भावनाओं के साथ खेलते हैं.