इजरायल (Israel News) में मनाए जाने वाले 'मड रेस फेस्टिवल' (Mud Race Festival) में लोग कीचड़ से भरी सड़क पर दौड़ लगाते हैं. इस प्रतियोगिता को 'मड रेस' (Mud Race) कहा जाता है. इस रेस का आयोजन दस किलोमीटर लंबी कीचड़ से भरी रोड पर किया जाता है. इसमें हर साल लगभग 6 हजार लोग भाग लेते हैं.
अगर आप सोच रहे हैं कि मड रेस (Mud Race) बहुत आसान है तो आप गलत हैं. इसके लिए काफी तैयारी की जाती है. मड रेस के लिए लिए एक खास ट्रैक (Mud Race Track) बनाया जाता है. इस ट्रैक को तीन हिस्सों में बांटा जाता है. हर सेक्शन में 18 बाधाएं होती हैं. कहीं तीखी ढलान होती है तो कहीं कमर तक मटमैला पानी.
मड रेस (Mud Race) के आयोजक इस रेस को मुश्किल से मुश्किल बनाने की कोशिश करते हैं. इस रेस के दौरान कुछ जगहों पर बैरियर के रूप में टायर लगाए जाते हैं. इन्हें कुछ लोग कूद कर पार करते हैं तो वहीं कुछ लोग नीचे से घुस कर निकल जाते हैं. पानी में भीगने या फंसने के बावजूद प्रतिभागी हर पल मुस्कुरा रहते हैं.
इस रेस (Mud Race) की शुरुआत में कई प्रतिभागी अकेले भागते हैं. वे मन में अपनी रणनीति बनाते चलते हैं. लेकिन जल्द ही उन्हें अंदाजा हो जाता है कि एक-दूसरे की मदद किए बिना इस रेस को खत्म करना मुश्किल है. इसके बाद वे टीम एफर्ट (Team Effort) पर फोकस करने लगते हैं.
रेस के दौरान बीच रास्ते में टीमें (Mud Race Team) बनने लगती हैं. जिस प्रतिभागी के जूते जितनी देर तक सूखे रहेंगे या उनमें जितना कम कीचड़ घुसेगा, उसके आगे बढ़ने की संभावना उतनी ज्यादा होगी. भारी और फिसलन भरे जूते बार-बार साफ करने पड़ते हैं. रेस के आखिरी चरण में पहुंचे प्रतिभागी को मंजिल नजर आने लगती है.
मड रेस फेस्टिवल (Mud Race Festival) को जीतने के लिए कई पड़ाव पार करने पड़ते हैं. इसके आखिरी पड़ाव में एक तालाब पार कर होता है. 10 किलोमीटर की मड रेस जीतने के लिए कुल्हाड़ी की मदद ली जाती है. इससे चढ़ाई और फिसलन पार कर पाना आसान हो जाता है.
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