Janmashtami National Holiday 2022: देशभर में आज कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है. माना जाता है कि भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में देवकी और नंद बाबा के यहां अगस्त-सितंबर के महीने में अष्टमी की रात को हुआ था. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु के आठवें अवतार थे. जन्माष्टमी हर साल भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि को मनाई जाती है. जन्माष्टमी के दिन पूजा के दौरान भगवान कृष्ण की पसंदीदा चीजें उन्हें पूजा में अर्पित की जाती हैं. सिर्फ भारत में ही नहीं दुनिया के कई देशों में भगवान कृष्ण को माना जाता है. भारत के अलावा एक ऐसा देश भी है जहां नेशनल हॉलीडे होती है.
कृष्ण जन्माष्टमी के बारे में रोचक बात यह है कि बांग्लादेश में एक सार्वजनिक अवकाश है. अधिकांश बांग्लादेशी मुस्लिम होने के बावजूद, यह हिंदू अवकाश सार्वजनिक अवकाश रोस्टर पर है. शुभ जन्माष्टमी के दौरान यहां कई लोग नाटकीय नृत्यों में भाग लेते हैं, जो कृष्ण के जीवन की घटनाओं के बारे में बतलाता है.
ढाका शहर में ढाकेश्वरी के मंदिर में एक विशेष परेड शुरू होती है और शहर के पुराने हिस्सों से गुजरती है. यह जुलूस हर साल 1902 से 1948 तक होता था, लेकिन जब बांग्लादेश पहली बार मुस्लिम शासन के अधीन आया तो इसे समाप्त कर दिया गया. हालांकि, 1989 में इसे फिर से शुरू किया गया.
इस्कॉन के वर्तमान में दुनिया भर में 50,000 से अधिक मंदिर और सेंटर्स हैं. अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, उत्तर और दक्षिण अमेरिका, बेल्जियम, यूरोप, नेपाल सहित विभिन्न देशों में कई इस्कॉन केंद्र हैं. इस्कॉन के इस आंदोलन को पूरे विश्व में 'हरे कृष्ण आंदोलन' के नाम से जाना जाता है.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कृष्ण ने नरकासुर नामक एक दुष्ट आत्मा के चंगुल से 16,100 महिलाओं को बचाया था. जब वे महिलाएं अपने घर लौटीं तो उनके परिजनों ने उन्हें स्वीकार नहीं किया. इसलिए भगवान कृष्ण ने अपने सम्मान की रक्षा के लिए उन सभी से विवाह किया.
कहा जाता है कि भगवान कृष्ण के 108 नाम हैं, जिनमें गोपाल, गोविंद, देवकीनंदन, मोहन, श्याम, घनश्याम, हरी, गिरधारी, बांके बिहारी नाम बेहद ही प्रसिद्ध हैं. मथुरा में बांके बिहारी नाम की बड़ी मंदिर हैं, जहां रोजाना हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं.
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