Snakebite: इस शहर में डरावना संयोग, जुलाई में सांप के काटने के 41 मामले, बीते साल से 4 गुना ज्यादा; कर्नाटक में सबसे ज्यादा मौतें!
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Snakebite: इस शहर में डरावना संयोग, जुलाई में सांप के काटने के 41 मामले, बीते साल से 4 गुना ज्यादा; कर्नाटक में सबसे ज्यादा मौतें!

Nodia news: देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में पिछले महीने सांप के काटने (snake bites) के 41 मामले सामने आए. जुलाई 2023 के तुलना में ये आंकड़ा करीब चार गुना ज्यादा रहा. ऐसे में अब लोग तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं. 

Snakebite: इस शहर में डरावना संयोग, जुलाई में सांप के काटने के 41 मामले, बीते साल से 4 गुना ज्यादा; कर्नाटक में सबसे ज्यादा मौतें!

Noida Snakebites cases: नोएडा में पिछले महीने जुलाई में, सर्पदंश के 41 मामले सामने आए, जो पिछले साल इसी महीने में दर्ज किए गए 11 मामलों की तुलना में करीब चार गुना ज्यादा रिकॉर्ज हुए. जनवरी से लेकर जुलाई तक कुल मिलाकर, नोएडा में इस साल अब तक 62 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से एक की मौत हुई है. मृतक ग्रेटर नोएडा के कासना का रहने वाला 26 साल का युवा था. 

ग्रामीण इलाकों में सबसे ज्यादा कहर

नोएडा प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक नोएडा में सर्पदंश के अधिकांश मामले ग्रामीण दादरी और कासना में दर्ज हुए. वहीं इकोटेक ग्रेटर नोएडा, जेपी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और आईटीआई कॉलेज जैसी जगहों में कम से कम एक मामला दर्ज किया गया. नोएडा के उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर टीकम सिंह ने स्नेक बाइट के बढ़ते मामलों में वजह सूचना तंत्र के प्रसार और विभाग की बेहतरीन रिपोर्टिंग को बताया है.

62 में 20 केस में जहरीले सांपों ने काटा 

आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि नोएडा में 2023 में सांप काटने के कुल 58 मामले, 2022 में 24 और 2021 में 30 मामले देखे गए. आंकड़ों में कहा गया है कि इस साल दर्ज किए गए 62 मामलों में से 20 न्यूरोपैरलिटिक लक्षणों वाले जहरीले सांप के काटने से जुड़े थे. 

कैसे होगा बचाव?

सांपों के काटने के मामलों में इजाफा देखने के बाद लोगों में चिंता देखी गई. ऐसे में लोगों की जान बचाने के लिए नोएडा का स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन क्या रहा है? इसके जवाब में, जिला स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि उन्होंने एक व्यापक कार्य योजना तैयार की है. जिसमें स्कूलों, कॉलेजों और स्थानीय समुदायों के लिए सर्पदंश की रोकथाम और प्राथमिक चिकित्सा के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा. सभी को ट्रेनिंग दी जाएगी. 

लक्षण पहचानिए

सांप के काटने के बाद न्यूरोलॉजिकल लक्षणों में पलकें झपकना, निगलने या बोलने में कठिनाई होना, गर्दन की मांसपेशियों में कमजोरी आना, सांस लेने में समस्या और सभी अंगों में कमजोरी आना शामिल हैं. वहीं हेमेटोलॉजिकल लक्षणों में कान, नाक, गले या मसूड़ों से खून निकलने लगता है. डॉ. सिंह ने इसके लक्षणों की पहचान को PONDS (संक्षिप्त नामों) के जरिए बताया. जिसमें दर्द होना, उबकाई आना, गांठ बनना, त्वचा का सफेद पड़ना और शरीर में सूजन और छाले पड़ना होते हैं.

नोएडा के अस्पताल में ईलाज की हर सुविधा मौजूद

अथारिटी का कहना है कि सर्पदंश की स्थिति में सबसे पहले अपने निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तत्काल उपचार लें. नोएडा के सभी अस्पताल एंटी वेनम दवाओं और अन्य जरूरी चीजों से लैस हैं

सरकारी आंकड़े बताते हैं कि सांप के जहर से बचाने वाली दवाओं के बावजूद, मृत्यु दर में वृद्धि हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कर्नाटक में पिछले 7 महीनों में सर्पदंश से 47 से अधिक मौतें हुईं. जो पिछले साल की तुलना में दोगुनी से भी अधिक हैं. इस साल वहां 7476 सर्पदंश के केस दर्ज किए गए, जो 2022 से 13% अधिक हैं.

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