ये तो हद हो गई! स्टूडेंट ने एग्जाम के वक्त बनाया रील Video, इस यूनिवर्सिटी पर फूटा लोगों का गुस्सा
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ये तो हद हो गई! स्टूडेंट ने एग्जाम के वक्त बनाया रील Video, इस यूनिवर्सिटी पर फूटा लोगों का गुस्सा

Lalit Narayan Mithila University: अधिकारियों द्वारा परीक्षाओं के निष्पक्ष होने के आश्वासन के बावजूद बेगूसराय जिले के छात्रों को ढीले-ढाले निगरानी का सामना करना पड़ रहा है. वे परीक्षा के दौरान खुलेआम मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं और सोशल मीडिया कंटेंट भी बना रहे हैं.

 

ये तो हद हो गई! स्टूडेंट ने एग्जाम के वक्त बनाया रील Video, इस यूनिवर्सिटी पर फूटा लोगों का गुस्सा

University In Bihar: बिहार में परीक्षा केंद्रों पर फिर से सवाल उठ रहे हैं. एक छात्रा ने परीक्षा केंद्र से एक वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर शेयर किया, जिसके बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (Lalit Narayan Mithila University) से जुड़े एक कॉलेज में एक छात्रा निरजला ने अपनी ग्रेजुएशन के दूसरे साल की परीक्षा के दौरान 14 सेकंड का वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर शेयर कर दिया, जिसे 24 घंटे के भीतर 2 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा. इस घटना ने विश्वविद्यालय में परीक्षा आयोजन की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में कोई जांच नहीं होती

अधिकारियों द्वारा परीक्षाओं के निष्पक्ष होने के आश्वासन के बावजूद बेगूसराय जिले के छात्रों को ढीले-ढाले निगरानी का सामना करना पड़ रहा है. वे परीक्षा के दौरान खुलेआम मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं और सोशल मीडिया कंटेंट भी बना रहे हैं. छात्रों ने पत्रकारों से बात करते हुए माध्यमिक और उच्च शिक्षा की परीक्षाओं में निगरानी में बहुत बड़ा अंतर बताया. उन्होंने कहा कि मैट्रिक की परीक्षाओं में बहुत सख्त जांच होती है, लेकिन विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में लगभग कोई जांच नहीं होती. कुछ छात्रों ने कहा कि इस लापरवाही की वजह से परीक्षा केंद्र अब मनोरंजन केंद्र बन गए हैं.

पिछले साल भी नकल का आया था मामला

बेगूसराय में इस तरह की नकल का यह पहला मामला नहीं है. पिछले साल छात्रों को प्रश्न पत्र की तस्वीरें खींचकर व्हाट्सएप के जरिए जवाब के लिए शेयर करते हुए पकड़ा गया था, जिससे इस क्षेत्र में परीक्षा की पारदर्शिता बनाए रखने में लगातार आ रही चुनौतियों पर प्रकाश पड़ता है. इस विवाद ने पूरे बिहार में शैक्षणिक मूल्यांकन में विश्वसनीयता और निष्पक्षता बहाल करने के लिए परीक्षा नियमों के सख्त लागू करने की मांग को फिर से हवा दे दी है.

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