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Thirsty Camel Story: रेगिस्तान के राजा के रूप में पहचाने जाने वाले ऊंट बिना पानी के लंबे समय तक जीवित रहने के लिए मशहूर हैं. हालांकि, ये लचीले जीव भी चिलचिलाती गर्मी की लहर से प्रभावित होते हैं. एक वीडियो में, एक ऊंट पानी की कमी के कारण अधमरा हुआ दिखाई दे रहा था. लगभग 55 डिग्री सेल्सियस के तापमान वाली तीव्र गर्मी ने जानवर पर अपना असर डाला. उसकी हालत बदतर होती जा रही थी. इस बुरी हालत में एक दयालु ट्रक चालक ऊंट से टकरा गया, जिसे पानी की सख्त जरूरत थी. घटना का एक दिल छू लेने वाला वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो को देखकर आप भी इमोशनल हो जाएंगे.
प्यासे ऊंट को देखकर रुक गया ट्रक ड्राइवर
इस क्लिप में, ट्रक ड्राइवर अचानक से अपनी गाड़ी को रोकता है और फिर वह देखता है कि सड़क किनारे एक ऊंट प्यासा जमीन पर बैठा हुआ है. वह काफी थका और सुस्त मालूम पड़ रहा था. ऊंट बेसुध हालत में सड़क पर ही लेट गया था. आदमी ने बिना किसी हिचकिचाहट के पानी की बोतल ऊंट की तरफ बढ़ा दी. उसने ऊंट को पानी पिलाने के लिए अपने बोतल को उसकी मुंह में डाल दिया और फिर पानी पिलाया. प्यासा ऊंट लगातार पानी पीता ही चला गया. उसने तपती गर्मी में बेहद ही राहत की सांस ली. वीडियो देखकर आपको समझ आ जाएगा कि पानी पीने के बाद कैसे ऊंट खुद को पुनर्जीवित महसूस करने लगा.
Drained by the heat, the camel was few minutes away from passing out. Kind driver gives water & revives it.
We are experiencing unexpected heat waves. Your few drops of water can save the lives of animals. Be compassionate to our fellow travellers . pic.twitter.com/daE7q9otdv
— Susanta Nanda (@susantananda3) June 11, 2023
वीडियो को आईएफएस अधिकारी ने किया शेयर
वीडियो को भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी सुशांत नंदा द्वारा ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया गया है. उन्होंने वीडियो के कैप्शन में लिखा, 'गर्मी से बेहाल ऊंट कुछ ही मिनट दूर था. दयालु ड्राइवर पानी पीने के लिए देता है और इसे पुनर्जीवित करता है. हम अप्रत्याशित हीट वेव का सामना कर रहे हैं. आपके पानी की कुछ बूंदे जानवरों की जान बचा सकती है. हमारे साथी यात्रियों के प्रति दयालु रहें." वीडियो को एक लाख से ज्यादा बार देखा गया और कमेंट सेक्शन में कई रिएक्शन देखने को मिले. एक यूजर ने कहा, 'गर्मियों में, हीटवेव होना तय है और तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक आसानी से पहुंच जाएगा. जानवरों की मदद की जानी चाहिए."