China holds Military Drills: अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) के ताइवान दौरे से बौखलाए चीन ने ताइवान के करीब युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है और जंग के लिए उतावला दिख रहा है.
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Nancy Pelosi Taiwan Visit Updates: अमेरिकी सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) के ताइवान दौरे के बाद चीन बौखला गया है और उसने एक्शन शुरू कर दिया है. नैंसी के दौरे के बाद चीन ने ताइवान (China-Taiwan Relation) के करीब युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है और इसके साथ ही कहा है कि क्षेत्रीय अखंडता की मजबूती से रक्षा करेंगें. इस बीच रूस भी चीन के साथ आ गया है और पेलोसी के ताइवान दौरे को उकसाने वाली कार्रवाई बताया है. वहीं, दूसरी तरफ जर्मनी ताइवान के समर्थन में उतर आया है और चीन को चेतावनी दी है.
चीन ने अमेरिकी राजदूत को रात को 3 बजे बुलाकर किया विरोध
नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) के ताइवान दौरे से बौखलाए ची ने युद्धाभ्यास शुरू करने के साथ ही अमेरिका के खिलाफ भी एक्शन लेना शुरू कर दिया है. चीन ने रात करीब 3 बजे अमेरिकी राजदूत निकोलस बर्न्स को बुलाकार पेलोसी के दौरे का विरोध किया और नैंसी पेलोसी की ताइवान क्षेत्र की यात्रा को लेकर जवाब मांगा.
जंग के लिए उतावला दिख रहा चीन
अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) ताइवान के दौरे के बाद भड़का चीन जंग के लिए उतावला दिख रहा है और उसकी सेना ड्रिल करने में जुटी है. इस दौरान तैनात एंटी एयरक्राफ्ट गन आसमान में ताबड़तोड़ गोलियां बरसातीं नजर आई हैं. सिर्फ दिन के लिए नहीं, चीनी सैनिक रात के अंधेरे में भी दुश्मन के विमान को निशाना बनाने का अभ्यास करते दिखे हैं. ताइवान की धरती से महज 150 किलोमीटर की दूरी पर चीन एम्फिबियस टैंक को तैनात कर चुका है.
सिर्फ यही नहीं, चीन अपने दोनों एयरक्रॉफ्ट कैरियर लायोनिंग और शैंनदोंग को भी मोर्चे में उतार चुका है. पहले ये जंगी जहाज अपने बंदरगाहों पर थे, लेकिन अब लॉयोनिंग को दक्षिण की तरफ, जबकि शैनदोंग को उत्तर की तरफ रवाना किया गया है. ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीन इन एयरक्रॉफ्ट करियर के जरिए ताइवान की घेराबंदी करने वाला है. यानी चीन सिर्फ धमका ही नहीं रहा, उसने अपनी तरफ से जंग की पूरी तैयारी कर ली है.
20 से ज्यादा चीनी लड़ाकू विमान ताइवान एयरस्पेस में घुसे
युद्धाभ्यास के साथ ही चीन अपनी सैन्य ताकत दिखाने लगा है और और उसके 20 से ज्यादा लड़ाकू विमान ताइवान की डिफेंस लाइन को भेदते हुए उसके एयर डिफेंस जोन में घुस गए. न्यूज एजेंसी एएफपी ने ताइवान की सेना के हवाले से बताया कि चीन ने अपने KJ500 अवाक्स विमान और जेएफ16, जेएफ11, Y9 EW और Y8 ELINT विमान को तैनात किया था.
अमेरिका ने भी पूरी कर ली है पलटवार की पूरी तैयारी
अब चीन अगर अमेरिका को युद्ध की धमकी दे रहा है तो अमेरिका ने भी पलटवार की पूरी तैयारी कर रखी है. अमेरिका ने अपने ताकतवर एयरक्रॉफ्ट कैरियर रोनाल्ड रीगन समेत कई जंगी जहाजों को ताइवान के आसापास तैनात कर दिया है. यूएएसएस रोनाल्ड रीगन फिलिपींस सागर में ताइवान के पूर्व में मोर्चा संभाल चुका है. इस युद्धपोत के साथ गाइडेड मिसाइल क्रूजर यूएसएस एंटीटेम और विध्वंसक , USS हिगिन्स भी मैदान में हैं. इसके अलावा यूएसएस अमेरिका जापान के सेसीबो नेवल बेस में तैनात है, वही यूएसएस त्रिपोली भी ताइवान के आसपास ही है. यूएसएस अब्राहम लिंकन और यूएसएस एसेक्स हवाई में तैनात हैं.
ताइवान ने भी किया जबरदस्त सैन्य अभ्यास
ताइवान ने भी चीन के हमले की आशंका को देखते हुए जबरदस्त सैन्य अभ्यास किया है. नैंसी पेलोसी के दौरे को देखते हुए मिराज 2000 लड़ाकू विमानों को भी तैनात किया गया है. ताकि अगर चीनी विमान घुसपैठ की कोशिश करें, तो उन्हे जवाब दिया जा सके. सिर्फ फौज ही नहीं, ताइवान की जनता भी युद्ध की तैयारियों में जुट गई है. राजधानी ताइपे में लोगों को हवाई हमले से बचने की ट्रेनिंग दी गई. राजधानी में कई एयर रेड शेल्टर बनाए गए हैं.
चीन को रूस का समर्थन, जर्मनी ने ताइवान को किया सपोर्ट
अमेरिकी सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) के ताइवान दौरे के बाद रूस भी चीन के साथ आ गया है और पेलोसी के ताइवान दौरे को उकसाने वाली कार्रवाई बताया है.उधर, जर्मनी ने ताइवान का समर्थन किया है और चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर चीन ताइवान पर हमला करेगा तो वो ताइवान की मदद करेगा.
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