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बीजिंग: गलवान घाटी (Galwan Valley) हिंसा में अपनी जान गंवाने वाले चीनी सैनिक (Chinese Soldier) के आखिरी शब्दों का इस्तेमाल उत्पादों को बेचने के लिए नहीं किया जा सकता. चीन (China) की कम्युनिस्ट सरकार ने इस स्पष्ट संदेश के साथ कंपनियों को यह बता दिया है कि सैनिक ने देश के प्रति जो सम्मान और प्यार शब्दों में बयां किया है, उसे मुनाफा कमाने के नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए. चीन के शीर्ष बौद्धिक संपदा निकाय ने ऐसे ट्रेडमार्क (Trademark) संबंधी आवेदनों को खारिज करते हुए कंपनियों की निंदा की है.
दरअसल, भारतीय सैनिकों से झड़प में जान गंवाने वाले पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिक ने अपनी डायरी में देशभक्ति से जुड़ा एक वाक्यांश लिखा था, जो अब वायरल हो गया है. कंपनियों में उसे ट्रेडमार्क कराने की होड़ लगी है. बता दें कि पिछले साल हुई गलवान घाटी हिंसा में चीन ने आधिकारिक तौर पर अपने पांच सैनिकों के मरने की पुष्टि की है. कम्युनिस्ट सरकार ने सभी सैनिकों की जानकारी भी सार्वजानिक की है, जिसके बाद से Chen Xiangrong की पर्सनल डायरी में लिखे शब्द वायरल हो गए हैं. कंपनियों को देशभक्ति की इस अभिव्यक्ति में मोटा मुनाफा नजर आ रहा है. हालांकि, सरकार ने उनकी उम्मीदों को चकनाचूर कर दिया है.
‘हिंदुस्तान टाइम्स’ की रिपोर्ट के अनुसार, जान गंवाने वाले चीनी सैनिक Chen Xiangrong ने देश के प्रति अपना प्यार बयां करते हुए लिखा है, ‘मेरा प्यार क्रिस्टल क्लियर है और ये केवल चीन के लिए है’. राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा प्रशासन (एनआईपीए) ने बताया कि 20 फरवरी से अब तक कई कंपनियों और व्यक्तियों ने 17 वस्तुओं पर ट्रेडमार्क के पंजीकरण के लिए 'क्रिस्टल क्लियर लव' का उपयोग करने के लिए आवेदन किया है, इसमें खाद्य और पेय पदार्थ भी हैं.
चाइना डेली ने NIPA के हवाले से बताया है कि ऐसे सभी आवेदनों को खारिज कर दिया गया है. NIPA ने कहा कि शहीद सैनिक ने अपनी डायरी में जो कुछ लिखा है वो मातृभूमि के प्रति उसके प्रेम और नि:स्वार्थ समर्पण की भावना को दर्शाता है. इसे व्यवसाय के लिए इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी जा सकती. बयान में कहा गया है कि ट्रेडमार्क को समाजवादी नैतिकता और रीति-रिवाजों के लिए हानिकारक नहीं होना चाहिए. NIPA ने ट्रेडमार्क के लिए आवेदन करने वाली कंपनियों की निंदा भी की है.
चीन गलवान घाटी में मारे गए अपने सैनिकों को लेकर काफी संवेदनशील है. अब तक कम से कम 8 लोगों को सैनिकों के अपमान के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है. ब्लॉगर Qiu Ziming ऐसे पहले व्यक्ति बन गए हैं, जिनके खिलाफ सेना और शहीदों की प्रतिष्ठा एवं सम्मान को नुकसान पहुंचाने वाले नए कानून के तहत कार्रवाई की गई है. Ziming के विरुद्ध एक मार्च को केस किया गया था और माना जा रहा है कि उन्हें जेल भेजा जा सकता है.