चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने इस साल की शुरुआत में कुछ और पत्रकारों को भी वुहान में कोरोना की रिपोर्टिंग के लिए हिरासत में लिया था. पत्रकार Zhang Zhan के खिलाफ जो आरोप लगाए गए हैं उनके सिद्ध होने पर उन्हें अधिकतम पांच साल की जेल हो सकती है.
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बीजिंग: कोरोना वायरस (CoronaVirus) को लेकर चीन की कम्युनिस्ट सरकार पर सवाल खड़े करनी वालीं पत्रकार को मुकदमे का सामना करना होगा. इस महीने के अंत में पत्रकार के खिलाफ अदालती कार्यवाही शुरू की जाएगी. पत्रकार Zhang Zhan फरवरी में कोरोना वायरस का केंद्र माने जाने वाले वुहान (Wuhan) गईं थीं और अपने अनुभवों को सोशल मीडिया पर साझा किया था. चीनी पत्रकार ने कुछ ऐसा लिखा था, जो सरकार को पसंद नहीं आया. इसलिए अब उन्हें मुकदमे का सामना करना होगा.
चीन (China) कोरोना की उत्पत्ति के बाद से ही अपनी साजिश और लापरवाही पर पर्दा डालता आ रहा है. जो भी उसके खिलाफ आवाज उठाता है उसे तरह-तरह से परेशान किया जाता है. पत्रकार Zhang Zhan के वकील का कहना है कि इस महीने के अंत में पत्रकार के खिलाफ अदालती कार्यवाही शुरू होने वाली है. Zhang Zhan ने सोशल मीडिया पर कोरोना (CoronaVirus)से निपटने के सरकारी प्रयासों की आलोचना की थी. उन्होंने लॉकडाउन पर भी सवाल उठाए थे.
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पत्रकार Zhang Zhan को पुलिस ने मई में हिरासत में लिया था, तब से उन्हें जेल में ही रखा गया है. समाचार एजेंसी AFP ने अदालत के नोटिस के हवाले से बताया है कि पत्रकार पर लोगों से लड़ाई करने और उकसाने जैसे आरोप लगाए गए हैं. हालांकि, जानकर मानते हैं कि चीनी सरकार असंतुष्टों को चुप कराने के लिए इसी तरह हथकंडे आजमाती है. यदि पत्रकार पर आरोप साबित होते हैं, तो उन्हें अधिकतम पांच साल की जेल हो सकती है.
शुरू की थी Hunger Strike
पत्रकार के वकीलों को इस सप्ताह की शुरुआत में अदालत का नोटिस मिला था, जिसमें कहा गया है कि 28 दिसंबर को मामले की सुनवाई शंघाई कोर्ट में शुरू होगी. Zhang Zhan के वकीलों का कहना है कि उन्होंने जून में भूख हड़ताल शुरू कर दी थी, लेकिन नली के माध्यम से उन्हें बलपूर्वक खाना खिलाया गया. 37 वर्षीय पत्रकार के वकीलों ने यह भी बताया कि उनकी हालत बेहद खराब है. उन्हें सिरदर्द, पेट दर्द और चक्कर आने जैसी शिकायतें हैं. बता दें कि चेन कुईशी , फांग बिन और ली ज़हुआ जैसे सिटीजन जर्नलिस्ट को भी वुहान में कोरोना की रिपोर्टिंग के लिए साल की शुरुआत में हिरासत में लिया गया था.