चीन के साथ दोस्ती पाकिस्तान को पड़ रही भारी, सड़को पर उतरे लोग
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चीन के साथ दोस्ती पाकिस्तान को पड़ रही भारी, सड़को पर उतरे लोग

इस्लामाबाद  हाईकोर्ट ने भी सरकार से कहा था कि वह चीन से पाकिस्तानियों को वापस नहीं लाने के फैसले पर पुनर्विचार करे. 

फाइल फोटो

नई दिल्ली: जानलेवा कोरोना वायरस (Coronavirus) के आतंक के बीच फंसे पाकिस्तानी छात्रों को सुरक्षित स्वदेश वापस नहीं लाने के पाकिस्तान सरकार के फैसले पर हर तरफ से सवालिया निशान उठ रहे हैं. इमरान सरकार को जनता का भारी विरोध प्रदर्शन झेलना पड़ा है. विरोध से पहले इस्लामाबाद (Islamabad)  हाईकोर्ट ने भी सरकार से कहा था कि वह चीन से पाकिस्तानियों को वापस नहीं लाने के फैसले पर पुनर्विचार करे. 

सड़को पर उतरे लोग
चीन में फंसे पाकिस्तानी छात्रो का कहना है कि जहां वो पढ़ाई कर रहे थे वहां कई ऐसे स्टूडेंट थे जो कोरोना वायरस पॉजीटिव थे. पाकिस्तान के नागरिक अपने बच्चों को लेकर बेहद चिंताजनक हैं. पाकिस्तान में रह रहे नागरिक और छात्रों के परिजनों की मांग है कि जल्द से जल्द वहां फंसे छात्रों को वहां से निकाला जाए. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक वुहान में फंसे पाकिस्तानियों के माता-पिता ने इस्लामाबाद में काफी हद तक विरोध प्रदर्शन किया और बच्चों को सभी फंसे लोगो को वहां से निकालने की गुहार लगाई है. 

उठाए गए ये कदम
वुहान (Wuhan) में फंसे पाकिस्तानी छात्रों को निकालने की मांग को लेकर देश में प्रदर्शन के बाद सरकार हरकत में आई है. इमरान खान (Imran Khan) ने ट्वीट कर कहा कि, "मैंने विदेश कार्यालय और प्रवासी मंत्रालय को निर्देश दिए हैं कि वह चीन के वुहान प्रांत में फंसे सभी पाकिस्तानी छात्रों की हर संभव मदद करें." जिसके बाद बीजिंग (Beijing) स्थित पाकिस्तानी दूतावास के दो अधिकारियों ने वुहान जाकर छात्रों से मुलाकात की और उनके हालात का जायजा लिया. 

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