कैसे मिटेगी पाकिस्तान की भूख? IMF के साथ बैठक नहीं करेंगे PAK वित्त मंत्री, वापस खींचे कदम
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कैसे मिटेगी पाकिस्तान की भूख? IMF के साथ बैठक नहीं करेंगे PAK वित्त मंत्री, वापस खींचे कदम

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, वाशिंगटन में 10-16 अप्रैल को होने वाली वर्ल्ड बैंक और आईएमएफ की बैठक में वित्त मंत्री डार को शामिल होना था. उन्हें रविवार को वाशिंगटन पहुंचना था. बता दें कि डार सीनेट में सदन के नेता भी हैं.

कैसे मिटेगी पाकिस्तान की भूख? IMF के साथ बैठक नहीं करेंगे PAK वित्त मंत्री, वापस खींचे कदम

गहरे आर्थिक संकट से गुजर रहे पाकिस्तान को समस्या से उबरने का रास्ता नहीं मिल पा रहा है. देश राजनीतिक अस्थिरता भी इसके लिए एक बड़ा कारण माना जा रहा है. जानकारी के मुताबिक शाहबाज शरीफ की सरकार सेना के आगे नतमस्तक है और यही वजह है कि भूखमरी का दंश झेल रहे पाकिस्तान के पास बेहतर भविष्य का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है. इस बीच एक बड़े घटनाक्रम में पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने अमेरिका की अपनी यात्रा रद्द कर दी है.

दरअसल, वो पाकिस्तान के लिए बेलआउट पैकेज लेने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के बैठक के लिए जाने वाले थे. जानकारी के मुताबिक, वो इस बैठक में आईएमएफ से बेलआउट पैकेज को फिर से शुरू करने को लेकर आ रही अड़चनों को दूर करने पर बात करने वाले थे.

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, वाशिंगटन में 10-16 अप्रैल को होने वाली वर्ल्ड बैंक और आईएमएफ की बैठक में वित्त मंत्री डार को शामिल होना था. उन्हें रविवार को वाशिंगटन पहुंचना था. बता दें कि डार सीनेट में सदन के नेता भी हैं.

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, वित्त मंत्री डार ने बताया कि वो घरेलू स्थिति के कारण वहां नहीं जा पा रहे हैं. हालांकि, वाशिंगटन की यात्रा को रद्द करने के पीछे गहराती राजनीतिक अनिश्चितता और न्यायिक संकट को कारण बताया गया.

भविष्य की आर्थिक योजनाओं के साथ एक बार फिर से विश्वास की कमी को पूरा करने के लिए डार ने सरकार की वित्तीय और राजनीतिक चिंताओं को दूर करने की योजना बनाई थी. 

सूत्रों के मुताबिक, मौजूदा अनिश्चित राजनीतिक परिस्थितियों के कारण विश्व बैंक में हमेशा पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने वाले आर्थिक मामलों के मंत्री सरदार अयाज सादिक का अमेरिका दौरा भी रद्द हो गया है. सादिक को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का करीबी माना जाता था. वो सरकार में गठबंधन के सहयोगियों के साथ राजनीतिक गठजोड़ के मामलों को भी देखते थे.

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