China's 'naked loans': चीन की ऑनलाइन फाइनेंस कंपनियां लोन रिकवरी के लिए शर्मनाक तरीका अपना रही हैं. यहां कभी लोन देने के लिए न्यूड तस्वीरें मांगी जाती हैं. तो कभी रिकवरी के लिए ऐसा कर देते हैं कि लोन लेने वाले युवक और युवतियां कहीं मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहते.
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China blackmails nudes steals data: चीन की लोन कंपनिया (Loan Companies) दुनियाभर में बदनाम हैं. चीन (China) जहां अपने कर्ज के बदले दूसरे देशों की जमीन हड़प लेना चाहता है. वहीं उसके बिगड़ैल रईस लोन देने के नाम पर ऐसी बेशर्मी कर रहे हैं कि मानो उनकी लाज और शर्म सब खत्म हो गई है. चीन के बिगड़ैल सूदखोर महाजनों के ताजा काले कारनामे की बात करें को चीनी लोन एप्स (Chinese Loan App) कंपनियां वसूली के लिए अब सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स को बतौर एजेंट्स हायर कर रही हैं. कई देशों में कर्जा बांटने वाले चीन की कंपनिया लोन न चुकाने वालों की न्यूड तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर करवा रही हैं.
14 देशों में फैला जाल, यूं चल रहा चीन का डर्टी गेम
इससे ज्यादा शर्मनाक और कुछ नहीं हो सकता क्योंकि किसी मजबूरी में कर्ज लेने वालों के साथ ये सब करना महापाप है लेकिन जिनकी आंखों का पानी ही मर गया हो भला उनके लिए क्या कुछ कहा जा सकता है. चीनी कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए कर्ज लेने वाले की न्यूड फोटो बनवाती हैं. फिर उन्हें सोशल मीडिया पर अपलोड कर देती हैं. इसके बाद उनके रिश्तेदारों, पड़ोसियों और दोस्तों को भेजते हैं. उन्हें ब्लैकमेल करके वसूली की जाती है. चीन की ये लोन कंपनियां भारत समेत एशिया, अफ्रीका और लैटीन अमेरिका के 14 देशों में सक्रिय हैं.
चीनी लोन ऐप के चक्कर में दुनिया भर में सैकड़ों सुसाइड
दुनियाभर में चीनी ऐप की मार का शिकार सैकड़ों लोग सुसाइड कर चुके हैं. लोन चुकाने के लिए लोगों को इस कदर प्रताड़ित किया जाता है कि वो अपनी जान दे देते हैं. भारत में अब तक लोन कंपनियों की वसूली की वजह से कम से कम 60 लोगों ने आत्महत्या कर ली. हाल ही में भोपाल में ऐसी ही एक लोन ऐप कंपनी कर्ज लेने के बाद उसकी प्रताड़ना से तंग आकर एक परिवार ने आत्महत्या कर ली थी.
पहले गिरवी रखवाते थे लड़कियों की Nude Photos
चीन में ऐसी घटिया और गिरी हुई हरकत कोई पहली बार नहीं हुई है. इससे पहले भी वहां ऐसे कई शर्मसार करने वाले मामले सामने आ चुके हैं. यानी साफ है कि चीन की ऑनलाइन फाइनेंस कंपनियां लोन रिकवरी के लिए शर्मनाक तरीका अपना रही हैं. ये कंपनियां लोन के बदले फीमेल स्टूडेंट्स से बतौर गारंटी उनकी नेकेड फोटोज डिमांड करती हैं. बाद में इन्हीं फोटोज के जरिए स्डूडेंट्स को ब्लैकमेल करती हैं. कुछ साल पहले चीन की राजधानी बीजिंग के न्यूजपेपर 'यूथ डेली' की एक रिपोर्ट में ऐसे गोरखधंधे का खुलासा किया गया था.
ऐसी फोटोज पर आसानी से मिल जाता है लोन
रिपोर्ट के मुताबिक, प्राइवेट लोन कंपनियां कर्ज के बदले फीमेल स्टूडेंट्स से उनकी न्यूड फोटो और आईडी कार्ड मांगते आए हैं. इसके साथ ही, देर से लोन चुकाने की कंडीशन में फोटोज पब्लिक करने की धमकी देना आम बात रही है. इससे पहले एक कर्जदार महिला ने अखबार 'यूथ डेली' को बताया कि उसने वीकली 30 पर्सेंट इंटरेस्ट रेट पर 5,000 रुपए (500 युआन) लोन लिया था. पुराना अमाउंट चुकाने के लिए उसे नए लोन लेने पड़े, जिससे रकम बढ़कर 56 लाख रुपए (55,000 युआन) पहुंच गई. इस दौरान कंपनी ने नए लोन के लिए उसकी न्यूड फोटो की डिमांड की थी.
केस स्टडी- स्टूडेंट्स को सेक्स सर्विस प्रोवाइड करने को कहा गया
लोन देने वाली ऐसी ही एक चर्चित कंपनी का नाम जेडेबाओ था. यह पेरेंट कंपनी जेडी कैपिटल की फर्म थी. लोन नहीं चुका पाने पर कंपनी इन फोटोज को फैमिली और फ्रेंड्स के बीच शेयर करने की धमकी देती है. बीजिंग यूथ डेली के मुताबिक, जो स्टूडेंट्स न्यूड फोटोज देने के लिए तैयार हो जाती हैं, उन्हें नॉर्मल रकम से पांच गुना ज्यादा लोन आसानी से मिल जाता है. कई मामलों में लोन न चुका पाने पर फाइनेंसर्स की तरफ से स्टूडेंट्स को सेक्स सर्विस प्रोवाइड करने को भी कहा गया.
लोन चुकाने के बाद लड़कियों को सताता है ये डर
जिआंग्सू प्रांत की एक महिला ने अपनी पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर बताया था कि उसने स्टार्टअप शुरू करने के लिए फरवरी 2017 में लोन लिया था. न्यूड फोटोज की गारंटी पर उसे 12 लाख रुपए (120,000 युआन) लोन मिल गया. हालांकि, चार महीनों में ये रकम बढ़कर 25 लाख रुपए (250,000 युआन) पहुंच गई. बाद में कंपनी की तरफ से धमकी दी गई और उसने फैमिली की मदद से लोन चुकाया. हालांकि, लिन को अब भी डर है कि रकम मिलने के बाद भी फाइनेंशर उसकी फोटोज पब्लिक कर सकते हैं.
यूं चलता है कंपनी की काली कमाई का धंधा
ऐसे मामले सामने आने के बाद या तो उस कंपनी को किसी और नाम से चलाया जाता है या उसकी पहचान और दस्तावेज मिटाकर नए नाम से लोन दिए जाते हैं. अक्सर इंटरनेट से इनका डाटा डिलीट कर दिया जाता है. कभी कभार कुछ मामलों में कंपनी के वकील कोर्ट में वसूली एजेंट (जो उनका स्टाफ नहीं होते. जो बिना किसी एग्रीमेंट के कांट्रैक्ट पर रखे जाते हैं) के सिर पर ठीकरा फोड़कर माफी मांग ली जाती है. या एक माफीनामा पब्लिक डोमेन में जारी कर दिया जाता है. हैरानी की बात ये है कि ऐसी चीनी कंपनिया अब तक अरबों-खरबों रुपये का बिजनेस कर चुकी हैं.