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खेलों में लड़कियों का दबदबा बढ़ाएगी भारतीय सेना, अगले महीने शुरू होगी आर्मी गर्ल्स स्पोर्ट्स कंपनी

Army Girls Sports Company: भारतीय सेना महिला सशक्तिकरण और नारी शक्ति को बढ़ावा देने के लिए स्पोर्ट्स में प्रतिभाशाली लड़कियों को मौका देने जा रही है. भारतीय सेना चरणबद्ध तरीके से दो आर्मी गर्ल्स स्पोर्ट्स कंपनी (AGSC) बना रही है.

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आर्मी गर्ल्स स्पोर्ट्स कंपनी बनाने के लिए सेना के दो सेंटर ऑफ एक्सिलेंस (CoE), आर्मी मार्क्समैनशिप यूनिट, महू और आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट, पुणे को मार्क किया गया है. इस पहल के जरिए युवा प्रतिभा की पहचान की जाएगी और उन्हें प्रशासनिक आवश्यकताओं के अलावा फॉर्मल एजुकेशन दी जाएगी. इसके अलावा उन्हें उनके संबंधित खेल में अनुशासन हासिल करने और चैंपियन बनने की ट्रेनिंग दी जाएगी.

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भारतीय सेना के पास युवा प्रतिभाओं की खोज करने का काफी अनुभव है. लड़कों की स्पोर्ट्स कंपनियों ने कई अलग-अलग खेलों में कई मेडल हासिल किए हैं, जो इस बात का उदाहरण है. इसी तरह AGSC देश के सभी हिस्सों से युवा लड़कियों को शूटिंग, तीरंदाजी, एथलेटिक्स, मुक्केबाजी और भारोत्तोलन में ट्रेनिंग देगी.

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महू और पुणे के सेंटर ऑफ एक्सिलेंस पर वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर है, स्पोर्ट्स मेडिसिन सेंटर, पुनर्वास सुविधा और संबंधित कोचिंग सुविधाएं भी हैं. इस युवा प्रतिभा को सेना की सीनियर टीमों/एथलीटों से भी लाभ मिलेगा, जिन्हें इन स्थानों पर ट्रेन्ड किया जा रहा है. 

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सीनियर खिलाड़ी इन युवा लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत होंगे, और लड़कियां इनसे बहुत कुछ सीख भी सकेंगी. AGSC की लड़कियां अग्निवीर के साथ ही नॉन कमिशंड ऑफिसर (NCO), और जूनियर कमिशंड ऑफिसर (JCO) में भर्ती के लिए डायरेक्ट एंट्री की पात्र होंगी.

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ट्रैप शूटर चैंपियन और एशियन गेम्स में सिल्वर मेडलिस्ट सुबेदार प्रीति राजक को एक प्रतिभा के रूप में पहचाना गया था और दिसंबर 2022 में मिलिट्री पुलिस कोर में हवलदार के तौर पर इनरोल किया गया था. जनवरी 2024 में उन्हें सूबेदार बनाया गया और इस पद पर पदोन्नति पाने वाली वह पहली महिला सिपाही हैं.

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