Home Vastu Tips: परिवार में सुख समृद्धि की कामना तो हर कोई करता है किंतु छोटी छोटी बातों की लोग अनदेखी कर देते हैं. यही अनदेखी कई बार लाख जतन करने के बाद भी सुख समृद्धि से वंचित कर देती है. मां लक्ष्मी की कृपा नहीं हो पाती है इसलिए आपको उन छोटी छोटी बातों पर जरूर ध्यान देना चाहिए जिन्हें हम सब सामान्य तौर पर नजरअंदाज कर देते हैं. आइए जानते हैं वह कौन से बिंदु हैं जिन पर ध्यान देना जरूरी है.
हर घर में साज श्रृंगार के लिए शीशा तो होता ही, धूल गर्द उड़ने से उस पर भी परत लग जाती है जो हल्की होने पर समझ में भी नहीं आती है. सच तो यही है कि इस शीशे पर धूल लगने का अर्थ है कि आपकी समृद्धि पर धूल जम रही है. शीशे को रोज ही साफ करते रहना चाहिए ताकि आपके घर में समृद्धि में कोई रुकावट न आने पाए.
घर में शीशे को दक्षिण की दीवार पर बिल्कुल न लगाएं नहीं तो धन हानि के योग बनते हैं. शीशे को उत्तर और पूरब के बीच यानी ईशान कोण में ही लगाना चाहिए. चिटका हुआ और टूटा हुआ शीशा घर में बिल्कुल नहीं रखना चाहिए. शीशे का टूटना धन हानि का संकेत होता है इसलिए शीशे को बहुत सावधानी के साथ रखना चाहिए.
इसके साथ ही घरों में क्रॉस वेंटिलेशन के लिए झरोखे या रोशनदान होते हैं, इन्हें भी साफ करना बहुत जरूरी होता है. इन झरोखों पर भी मिट्टी धूल जमा होने से समृद्धि का आगमन बाधित होता है. मकड़ी का जाला भी आर्थिक तंगी को प्रदर्शित करता है, इसे साफ साफ करते रहें.
घर के वास्तु का सीधा असर वहां रहने वाले लोगों पर पड़ता है. घर की तरह ही कार्यालय या व्यापार पर भी इसका असर पड़ता है. इन जगहों का वातावरण स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है कि वहां पर पर्याप्त मात्रा में पॉजिटिव एनर्जी हो, इसके लिए आपको वहां पर सुबह के समय थोड़ी देर के लिए शंख ध्वनि करनी चाहिए इससे नेगेटिव एनर्जी बाहर जाती है और पॉजिटिव एनर्जी आती है.
घर में यदि गंगाजल है तो उसे उत्तर पूरब के बीच ईशान कोण या पूजा घर में रखें. एक बात का और भी ध्यान देना है कि इसे प्लास्टिक की बोतल में कतई न रखें इसके लिए कांच की शीशी का प्रयोग करें. पूजन के बाद घर की देहरी से लेकर किचन तक गंगाजल की कुछ बूंदें छिड़कें. शाम को तुलसी के पौधे के पास दिया जलाएं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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