Anil Ambani Son Jai Anmol Ambani: एक समय वो दुनिया के छठे सबसे अमीर शख्स थे, उनकी कुल संपत्ति 1.83 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा थी, लेकिन अपने गलत फैसलों से उनकी कंपनी लगातार कर्ज में डूबती चली गई. साल 2020 में ब्रिटेन की एक अदालत में अनिल अंबानी ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया.
Anil Ambani Son Jai Anmol Ambani: साइकिल पर कपड़ा बेचने वाले धीरूभाई अंबानी ने जब रिलायंस इंडस्ट्रीज की नींव रखी तो उन्हें भी अंदाजा नहीं था कि ये देश की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल हो जाएगा. अरबों की कंपनी बनाकर उन्होंने अपने दोनों बेटे मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के हाथों में उसे सौंप ही. पिता के निधन के बाद दोनों भाईयों में संपत्ति को लेकर ऐसा विवाद हुआ कि देश-दुनिया में इसके चर्चे होंगे लगे. मां कोकिलाबेन की दखल के बाद अनिल अंबानी और मुकेश अंबानी के बीच कंपनी का बंटवारा किया गया. बंटवारे के बाद अनिल अंबानी के खाते में कमाऊ कंपनियां मिली. मुकेश अंबानी के मुकाबले ज्यादा बड़ा कारोबार मिला. बंटवारे के बाद अनिल अंबानी की संपत्ति मुकेश अंबानी से अधिक थी, लेकिन अनिल अंबानी के फैसलों ने पूरा सीन बदल दिया. आज मुकेश अंबानी एशिया और भारत के सबसे अमीर कारोबारी है तो वहीं अनिल अंबानी भारी कर्ज में डूबे हैं.
कभी मुकेश अंबानी की तरह उनके भाई अनिल अंबानी भी दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शुमार थे. एक समय वो दुनिया के छठे सबसे अमीर शख्स थे, उनकी कुल संपत्ति 1.83 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा थी, लेकिन अपने गलत फैसलों से उनकी कंपनी लगातार कर्ज में डूबती चली गई. साल 2020 में ब्रिटेन की एक अदालत में अनिल अंबानी ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया. साल 2020 में कर्ज के बोझ से दबी दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (Reliance Communications) के मुताबिक अनिल अंबानी पर भारतीय बैंकों और वित्तीय संस्थानों का करीब 26,000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है. अनिल अंबानी की कंपनियां एक-एक कर कर्ज में डूबती चली गई, उनपर कर्ज का बोझ बढ़ता चला गई. कंपनियों को बेचना पड़ा, लेकिन दिवालिया अनिल अंबानी कंपनी को मुनाफे में ला नहीं पाए. अनिल अंबानी के बेटों ने अब कारोबार में एंट्री कर ली है और कंपनी को बचाने में जुट गए हैं.
अनिल अंबानी और टीना अंबानी के बेटे जय अनमोल अंबानी और जय अंशुल अंबानी भले ही मुकेश अंबानी की बच्चों के तरह लाइमलाइट में न रहते हो, लेकिन अब दोनों ने पिता की कंपनी को बचाने की ठान ली है. जय अनमोल ने रिलायंस कैपिटल से अपने करियर की शुरुआत की. उन्होंने तेजी से कॉर्पोरेट सीढ़ी चढ़ी हैं. पिता की वित्तीय उथल-पुथल के बीच जय अनमोल अंबानी ने कुशल रणनीतियों, कारोबारी समझ और निवेश के जरिए कर्ज को कम करना शुरू कर दिया है.
जय अनमोल अंबानी अनिल अंबानी के बड़े बेटे हैं. दिसंबर 1991 में जन्में जय अनमोल ने ग्रुजेएशन की डिग्री के बाद पिता के कारोबार को संभाल लिया. बहुत ही कम उम्र में ही वो फैमिली बिजनेस से जुड़ गए. जूनियर अनिल अंबानी ने रिलायंस कैपिटल को संभाला. साल 2016 में एडिशनल डायरेक्टर के रूप में रिलायंस कैपिटल के बोर्ड में शामिल हो गए. अपने आधुनिक प्रबंधन कौशल और नई एनर्जी, न्यू बिजनेल प्लानिंग के दम पर वो कंपनी के कर्ज को धीरे-धीरे कम करने में सफल हो रहे हैं. कंपनी की अलग-अलग ईकाईयों जैसे रिलायंस निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट और रिलायंस होम फाइनेंस की जिम्मेदारियां भी वो संभाल रहे हैं.
जय अनमोल अंबानी की एंट्री ने रिलायंस समूह में बदलाव दिखने लगा. कंपनी के शेयर की कीमतों में 40 फीसदी की भारी बढ़ोतरी हुई. युवा कारोबारी ने दिग्गज जापानी फर्म निप्पॉन को भी रिलायंस में अपनी भागीदारी बढ़ाने के लिए मना लिया. दो नए वेंचर - रिलायंस लाइफ इंश्योरेंस और रिलायंस कैपिटल एसेट मैनेजमेंट की शुरुआत की. कर्ज को कम कर वो निवेशकों का भरोसा जीत रहे हैं. वित्त वर्ष 2024 में रिलायंस पावर के शेयरों में जबरदस्त तेजी आई. पिछले चार सालों में रिलायंस पावर के शेयर की कीमत 1.20 रुपये प्रति शेयर पर चढ़ रहा था, जो बढ़कर 28.25 रुपये पर पहुंच गया है. जिसका श्रेय जय अनमोल को जाता है.
कुछ ही सालों में जय अनमोल अंबानी की नेटवर्थ 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया. उनके भाई जय अंशुल भाई के साथ कारोबार में हाथ बंटा रहे हैं. दोनों बेटे पिता के कर्ज को कम कर कंपनी को वापस से कमबैक करवाने में जुट गए हैं . भले ही अनिल अंबानी रिलायंस को संभालने में फ्लॉट रहे हो, लेकिन उनके बेटे पावरहाउन एनर्जी के साथ काम कर रहे हैं.
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