Apache Combat Helicopter: क्या भारत पाकिस्तान के खिलाफ कोई बड़ा ऑपरेशन प्लान कर रहा है. यह सवाल इसलिए उठ रहा है कि पाकिस्तान से सटे राजस्थान में तीनों सेनाओं की बड़ी भारत शक्ति मिलिट्री एक्सरसाइज करने के बाद भारत ने अब वहां पर 'महाअस्त्र' तैनात कर दिया है.
रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी सैन्य क्षमता में भारी वृद्धि करते हुए जोधपुर के रेगिस्तान में अपने अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की स्कवाड्रन तैनात कर दी है. जोधपुर से पाकिस्तान की दूरी केवल 483 किमी है. ऐसे में अपाचे की जोधपुर में तैनाती को पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा संदेश माना जा रहा है.
इंडियन आर्मी एविएशन कोर के डायरेक्टर जनरल अजय सूरी और इस हेलीकॉप्टर को बनाने वाली बोइंग कंपनी के अधिकारियों की मौजूदगी में आज यानी शुक्रवार को जोधपुर में इन हेलीकॉप्टरों की तैनाती की गई. जोधपुर रेगिस्तानी इलाका है, जहां पर आर्मी की मौजूदगी होने के साथ ही एयरफोर्स का भी बेस है.
भारतीय सेना के अधिकारियों के मुताबिक अपाचे हेलीकॉप्टरों का रंग कैमोफ्लॉज किया गया है. ऐसे में जब दुनिया का यह सबसे शक्तिशाली हेलीकॉप्टर ने अपने लड़ाकू मिशन को अंजाम देने के लिए निकलेगा तो उसका रेगिस्तानी मिट्टी से मैच हो जाएगा, जिससे दुश्मन को उसकी भनक नहीं लग पाएगी.
जोधपुर में फिलहाल कुछ ही अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं. इन हेलीकॉप्टरों का पहला बैच इस साल मई तक आएगा और बेड़े में शामिल होगा. आर्मी अफसरों ने बताया कि अमेरिका से 6 अपाचे हेलीकॉप्टर खरीदने का कॉन्ट्रेक्ट किया गया है. इस काम में थोड़ी देर हुई है लेकिन अब सब सही ट्रैक पर है.
अपाचे को दुनिया का सबसे खतरनाक हेलीकॉप्टर माना जाता है. इन्हें हवा में उड़ते टैंक भी कहा जाता है. अमेरिका की बोइंग कंपनी इन हेलीकॉप्टरों का निर्माण करती है. इन हेलीकॉप्टरों में बम, रॉकेट, मिसाइल, रेडार समेत युद्ध के तमाम उपकरण लगे होते हैं, जिससे यह जंग के मैदान में पासा पलट सकता है.
आर्मी की एविएशन कोर की ऑर्डर किए गए 6 अपाचे हेलीकॉप्टर बनकर अमेरिका से भारत आएंगे और उन्हें गाजियाबाद के हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर उतारा जाएगा. इसके बाद उन्हें हथियारों से लैस करके मई में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास जोधपुर में तैनात कर दिया जाएगा.
आर्मी एविएशन कोर, फिलहाल ध्रुव और चेतक जैसे हल्के हेलीकॉप्टर इस्तेमाल करती है. जिनका प्रयोग जवानों को राशन और आपात सहायता पहुंचाने के लिए किया जाता है. हालांकि कोर ने खुद को आधुनिक बनाते हुए पिछले साल असम के मिसामारी में स्वदेशी रूप से विकसित लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) प्रचंड को शामिल किया था.
भारतीय सेना के अलावा भारतीय वायुसेना भी अपाचे हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल करती है. उसके बेड़े में इस वक्त 22 अपाचे मौजूद हैं. जिन्हें उसने पूर्वी और पश्चिमी मोर्चे पर चीन के खिलाफ तैनात कर रखा है. अब आर्मी को अपाचे मिल जाने पर पाकिस्तान सीमा पर भी दुनिया के सबसे खतरनाक लड़ाकू हेलीकॉप्टर पहुंच जाएंगे, जिससे युद्ध की स्थिति में पासा पलटा जा सकेगा.
(एजेंसी ANI)
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