IT Raid News: आयकर विभाग ने रविवार को आगरा के जूता कारोबारियों पर छापेमारी की, जिसमें उसे भारी मात्रा में कैश मिला. लेकिन यह पहली बार नहीं था कि इतनी ज्यादा नकदी बरामद की गई हो. इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं.
यूपी के आगरा में आयकर विभाग ने तीन जूता कारोबारियों के ठिकानों पर एक साथ छापा मारा. टैक्स में हेरफेर और आय से अधिक संपत्ति के मामले में बीके शूज, मंशू फुटवियर और हरमिलाप ट्रेडर्स के ठिकानों पर छापेमारी की गई.
इस छापेमारी के दौरान जूता कारोबारियों के ठिकानों से इतना कैश बरामद हुआ कि आयकर विभाग के अफसरों के होश उड़ गए. आयकर विभाग ने बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों को कैश गिनने की जिम्मेदारी सौंपी. लेकिन वे लोग भी कैश गिनते गिनते थक गए.
उन भ्रष्ट व्यापारियों के पास से बेड के अंदर, जूतों के बड़े डिब्बों और अलमारी समेत हर जगह से कैश बरामद हुआ. यहां तक बाथरूम से भी भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई. इसे देखकर आयकर विभाग के अधिकारी भी खुद हैरत में पड़ गए हैं.
इन कारोबारियों के यहां से अब तक 60 करोड़ से अधिक कैश बरामद हो चुका है. दावा है कि छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने ज़मीन और गोल्ड में निवेश से संबंधित कागज़ात के साथ कई अहम फाइल और दूसरे दस्तावेज भी बरामद कर लिए.
इससे पहले वर्ष 2014 में महाराष्ट्र के विरार में ठाकुर ग्रुप के यहां पर आयकर विभाग ने छापा मारा था. उस छापेमारी में 13 हजार करोड़ रुपये की बरामदगी हुई थी. वह रकम इतनी ज्यादा थी कि उसे गिनते-गिनते कई मशीनें खराब हो गई थीं.
आयकर विभाग ने यह रेड एक गुप्त सूचना पर की थी. इस सूचना को वेरिफाई करने के बाद रेड का फैसला लिया गया. ठाकुर ग्रुप का मालिक हितेंद्र ठाकुर का माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम से करीबी रिश्ता था और वह जेल में भी रह चुका था. वह महाराष्ट्र का पूर्व एमएलए भी रहा था.
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