Advertisement
trendingPhotos1875401
photoDetails1hindi

Jaya Kishori कम उम्र में ही कैसे हो गईं इतनी कामयाब? खुद खोला राज

Jaya Kishori Success Secret: कथावाचक और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी (Jaya Kishori) ने बहुत कम उम्र में ही सफलता पा ली. उनको दुनियाभर का ज्ञान है. वह तमाम क्षेत्रों में लगातार लोगों को जागरूक करने के लिए काम कर रही हैं. लाखों लोग जया किशोरी को फॉलो करते हैं. अब जया किशोरी ने बताया कि इतनी कम उम्र में वह ये सब करने में सक्षम कैसे बनीं? जया किशोरी ने बताया कि ये आध्यात्मिकता है क्योंकि मैंने बहुत कम उम्र से शुरू कर दी थी तो जो बदलाव शायद कोई 22-25 साल की उम्र में शुरू करेगा, हो सकता है कुछ साल लगें. लेकिन मैंने बहुत कम उम्र से शुरू कर दिया. मेरा एनवायरनमेंट वही था. मेरे आसपास लोग वही थे. परिवार में वही चीजें हो रही थीं. मुझे सिखाया वही जा रहा था. मुझे पढ़ाया वही जा रहा था. अपने आप आपके अंदर वो बिल्डअप होने लगता है और एक एज के बाद आपको समझ आता है कि ठीक है. आप जो कर रहे हैं वो एक बाई-प्रोडक्ट है.

1/5

मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी ने कहा कि फेम है, मनी है, लोग इन्हीं चीजों के लिए काम करते हैं. लेकिन एक टाइम के बाद आध्यात्मिकता इन सारी चीजों को बैक स्टेज पर डाल देती है. आप सोचने लगते हो कि ये मिल जाएगा. तुम ईमानदारी से काम करो ये तुम्हारे पीछे ही है. ये सबकुछ तुमको मिलेगा. कहते हैं कि माता सरस्वती के पीछे भागिए, मां लक्ष्मी अपने आप पीछे आएंगी.

2/5

जया किशोरी ने कहा कि सफल होना मुश्किल काम नहीं है. सफल तो बहुत लोग हो जाते हैं लेकिन सफलता पाने के बाद उस पर बने रहना मुश्किल काम है. आप शिखर तक पहुंच सकते हैं लेकिन उसके बाद फिर नीचे की ओर चले जाएंगे. अगर आपने उस प्लेस को संभाल के नहीं रखा.

3/5

मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी ने कहा कि दुनिया को खुश करने के पीछे मत भागो. हर काम को करने से पहले सोचो कि मेरे इस काम से वो कितना खुश होगा. इन दुनिया वालों को खुश करने से कुछ नहीं होगा. आपको क्षणिक वाह वाही मिल सकती है. लेकिन उसकी कृपा के बिना बेड़ा पार नहीं होगा. इसका ध्यान जरूर रखिए.

4/5

जया किशोरी ने बताया कि मेरी जिंदगी सबसे बड़ी सीख है कि आपका जो मन हो करो लेकिन जब कोई काम करो तो उसपर इतना ध्यान दो कि आपसे बड़ा एक्सपर्ट फिर उस काम में कोई ना हो. इतना अभ्यास करिए कि आप उस क्षेत्र के राजा बन जाइए.

5/5

कथावाचक जया किशोरी ने ये भी कहा कि समय के अनुसार आपको बदलना पड़ता है. जब भगवान श्रीराम आए तो समय अलग था. लेकिन वही जब भगवान श्रीकृष्ण आए तो समय अलग था. श्रीराम आपको सिखाते हैं कि मर्यादा में रहते कैसे हैं? उस वक्त जरूरी यही था कि मर्यादा में रहना सिखाया जाए. पर श्रीकृष्ण आपको सिखाते हैं कि मर्यादा में रखते कैसे हैं?

ट्रेन्डिंग फोटोज़