महाकुंभ में शाही स्नान का विशेष महत्व है. पौराणिक मान्यता है कि इस स्नान से तमाम प्रकार के पाप धुल जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शाही स्नान न सिर्फ शरीर की शुद्धि होती है, बल्कि आत्मा भी पवित्र होती है. अगर आप प्रयागराज महाकुंभ में स्नान की योजना बना रहे हैं या शाही स्नान के लिए जाने का प्लान कर रहे हैं तो कुछ उपाय आपके पुण्यफल को दोगुना कर देंगे.
धर्म शास्त्र और ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक, महाकुंभ में शाही स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य जरूर देना चाहिए. सूर्य देव को अर्घ्य देने के करियर में तरक्की, धन-दौलत में वृद्धि होने के साथ ही दुर्भाग्य दूर होता है. इसके अलावा व्यापार में भी आर्थिक स्थिति अच्छी होती है.
सनातन धर्म में तीर्थ स्थलों पर स्नान के बाद दान की परंपरा भी रही है. इसलिए महाकुंभ में शाही स्नान के बाद जरूरमंदों के बीच दान जरूर करना चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दान करने से अशुभ ग्रह भी शुभ प्रभाव देने लगते हैं. जिसके परिणामस्वरूप जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
महाकुंभ में स्नान के बाद तुलसी में जल अर्पित करें और भगवान विष्णु की पूजा करें. मान्यता है कि ऐसा करने से घर-परिवार खुशहाल रहता है. साथ ही माता तुलसी और भगवान विष्णु की विशेष कृपा बनी रहती है.
महाकुंभ में शाही स्नान के बाद गाय को रोटी खिलाना पुण्यदायी काम है. हिंदू धर्म में गाय को पूजनीय माना गया है. इसलिए कुंभ में स्नान के बाद गाय को रोटी खिलाने से जीवन में हमेशा खुशहाली बनी रहती है.
महाकुंभ में शाही स्नान के बाद नदी के किनारे दीप-दान जरूर करना चाहिए. ऐसा करते वक्त एक बात का ध्यान रखना चाहिए दीप में तिल के तेल या गाय के घी का इस्तेमाल किया जाए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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