Income Tax Returns: सैलरीड क्लॉस लोगों को हमेशा टैक्स सेविंग के लिए परेशान होते देखा जाता है. इस बार आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई थी. इसके बाद लंबे समय तक लोगों ने अपने रिफंड आने का इंतजार किया. लेकिन क्या आपको इस बारे में जानकारी है कि कुछ इनकम पर आपको किसी प्रकार का टैक्स नहीं देना होता. आमतौर पर कम ही लोगों को इस बारे में जानकारी होती है. इनकम के इन सोर्स पर आपको जीरो टैक्स देना होता है. इन तरह की आमदनी को आपको आईटीआर में मेंशन करना जरूरी होता है.
किसी भी वित्तीय वर्ष में आपकी कोई भी ऐसी आय जिस पर आपको टैक्स नहीं देना होता, उसे ही नॉन टैक्सेबल इनकम कहा जाता है. इस तरह की इनकम पर आपको आयकर की गणना से पूरी तरह बाहर रखा जाता है. आइए जानते हैं किस तरह की आमदनी पर आपको टैक्स नहीं देना होता?
यदि टैक्सपेयर को किसी रिश्तेदार की तरफ से किसी गिफ्ट के जरिये इनकम होती है तो इसे टैक्सेबल इनकम नहीं माना जाता. यदि रिश्तेदार किसी दूसरे देश में रहते हैं तो आपको इस नियम का फायदा नहीं मिलेगा. रिश्तेदारों से अलग हासिल होने वाले गिफ्ट पर आपको तब ही छूट मिलती है जब उनका मूल्य 50,000 रुपये से कम हो.
पॉलिसी की मैच्योरिटी या किसी की मौत पर इंश्योरेंस पॉलिसी से मिलने वाले पैसे पर किसी प्रकार का टैक्स नहीं देना होता. कई बार बीमे की मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम के आधार पर अलग हो सकता है.
खेती किसानी आमदनी भी आयकर अधिनियम की धारा 10(1) के तहत टैक्स फ्री है. मुर्गी पालन और पशुपालन से होने वाली आमदनी भी पूरी तरह टैक्स फ्री है.
ग्रेच्युटी किसी भी कंपनी के कर्मचारियों को लंबे समय तक सर्विस करने के बदले दी जाती है. सरकारी कर्मचारियों के मामले में ग्रेच्युटी की राशि पूरी तरह से टैक्स फ्री है. गैर-सरकारी कर्मचारी ग्रेच्युटी अधिनियम 1972 के अंतर्गत आते हैं.
सरकार की तरफ से संचालित की जाने वाली जमा योजना जैसे पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना और गोल्ड डिपॉजिट बॉन्ड आदि पर मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री होता है. इन योजनाओं की मैच्योरिटी पर आपको किसी प्रकार का टैक्स नहीं देना होगा.
ट्रेन्डिंग फोटोज़